लखनऊ, 28 अक्टूबर उत्तर प्रदेश सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्य के सरकारी और सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में तैनात एसोसिएट प्रोफेसरों के प्रोफेसर बनने का मार्ग प्रशस्त करते हुए एक महत्वपूर्ण फैसला किया है।
उच्च शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा विभाग संभालने वाले उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने बृहस्पतिवार को बताया कि ऐसे 500 महाविद्यालयों के लगभग चार हजार एसोसिएट प्रोफेसर करियर उन्नति योजना के तहत लाभान्वित होंगे और प्रोफेसर बन सकेंगे। वर्तमान में राज्य के राजकीय महाविद्यालयों और सरकारी सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के एसोसिएट प्रोफेसरों को इस व्यवस्था के लागू न होने के कारण प्रोफेसर के पद पर पदोन्नति नहीं मिल रही थी।
उन्होंने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि ''यह उच्च शिक्षा में शिक्षक समुदाय की लंबे समय से लंबित मांग थी जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पूरा किया।''
उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक यह व्यवस्था लागू न होने की वजह से योग्य शिक्षक पदोन्नति के लिए दूसरे राज्यों का रुख कर रहे थे और इस फैसले से उनके 'घर वापसी' का मार्ग प्रशस्त होगा।
उन्होंने कहा, "प्रोफेसर के पद पर पदोन्नति पर रोक के कारण, शिक्षक इसकी तुलना जम्मू-कश्मीर से संबंधित अनुच्छेद 370 से करते थे। आज के फैसले के बारे में सुनने के बाद, शिक्षक समुदाय के कई लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे जम्मू कश्मीर में धारा 370 के समाप्त होने जैसा बताया।
यह पूछे जाने पर कि क्या आगामी विधानसभा को देखते हुए यह कदम उठाया गया? उन्होंने कहा, " वर्तमान शासन के तहत राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में यह निरंतर सुधारों का एक हिस्सा है।"
आदित्यनाथ सरकार द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए शर्मा ने कहा, शिक्षा में गुणात्मक परिवर्तन लाने के व्यापक उपायों के कारण, उप्र जिसे 2017 से पहले केंद्र द्वारा "सी ग्रेड" दिया गया था, अब "ए" ग्रेड प्राप्त कर लिया है।
उन्होंने कहा कि 12 नए राज्य विश्वविद्यालयों की स्थापना प्रगति पर है, इसके अलावा 77 डिग्री कॉलेज और 250 नए माध्यमिक विद्यालय खोले गए हैं।
उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में सेवानिवृत्त शिक्षकों की रिक्त पदों को भरने के लिए अनुबंध के आधार पर भर्ती करने की प्रक्रिया भी जारी है।
उप मुख्यमंत्री ने एसोसिएट प्रोफेसर को प्रोफेसर के पद पर पदोन्नति देने के मद्देनजर महत्वपूर्ण भूमिका के लिए अपर मुख्य सचिव (उच्च शिक्षा) मोनिका एस गर्ग के प्रयासों की सराहना की।
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