Assembly Elections 2022: 690 विधानसभा सीट, यूपी, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में कल मतगणना, 50000 से अधिक अधिकारी तैनात, जानें सबकुछ
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 9, 2022 06:41 PM2022-03-09T18:41:22+5:302022-03-09T18:46:05+5:30
Assembly Elections 2022: पांच राज्यों में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के बाद अब बृहस्पतिवार को मतगणना होगी। 4 राज्यों में भाजपा की और पंजाब में कांग्रेस की सरकार है।
Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश (403), उत्तराखंड (70), गोवा (40), मणिपुर (60) और पंजाब (117) की 690 सीटों पर कल मतगणना होगी। कोविड-19 दिशानिर्देश का पालन करते हुए सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू होगी। 50,000 से अधिक अधिकारियों को तैनात किया गया है।
इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव सात चरणों में 10 फरवरी से सात मार्च के बीच हुए थे। लगभग 1,200 मतगणना हॉल बनाए गए हैं जहां इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से परिणाम दर्ज किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश में विधानसभा की सबसे ज्यादा 403 सीट हैं। यहां सबसे ज्यादा 750 मतगणना हॉल बनाए गए हैं।
पांच राज्यों में 650 से अधिक मतगणना पर्यवेक्षक
इसके बाद पंजाब में इनकी संख्या 200 है। प्रक्रिया की निगरानी के लिए पांच राज्यों में 650 से अधिक मतगणना पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। महामारी को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने मतगणना के दिन के लिए अलग से दिशा-निर्देश जारी किए थे। आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार मतगणना प्रक्रिया से पहले और बाद में मतगणना केंद्रों को विसंक्रमित करना होगा।
सामाजिक दूरी के अनुपालन के मानदंडों को सुनिश्चित करने के लिए, हवा के उचित प्रवाह, खिड़कियों और निकासी पंखे के साथ मतगणना हॉल पर्याप्त रूप से बड़े होने चाहिए। पूरी तरह से टीकाकरण के बावजूद, अगर किसी को बुखार या सर्दी जैसे कोविड के लक्षण हैं, तो उसे मतगणना हॉल के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सात से अधिक मतगणना टेबल नहीं लगाए जाएंगे
प्रत्येक मतगणना अधिकारी और सुरक्षा कर्मियों को मास्क, सैनिटाइज़र, फेस शील्ड और हाथ के दस्ताने प्रदान किए जाएंगे। निर्वाचन आयोग ने आठ जनवरी को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा था कि मतगणना हॉल में सात से अधिक मतगणना टेबल नहीं लगाए जाएंगे।
पंजाब में 71.95 प्रतिशत मतदान हुआ था
पंजाब में इस बार अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) एक प्रमुख दावेदार के रूप में उभरी है, जबकि कांग्रेस बहुकोणीय मुकाबले में सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है। विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को मतदान हुआ था। पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी एस करुणा राजू ने बताया कि बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे से 66 स्थानों पर बने 117 केन्द्रों पर मतगणना शुरू होगी। इस बार, 93 महिलाओं और दो ट्रांसजेंडर सहित कुल 1,304 उम्मीदवार मैदान में हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में 71.95 प्रतिशत मतदान हुआ था।
पिछले तीन विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार सबसे कम मतदान हुआ था। 2017 पंजाब विधानसभा चुनाव में 77.40 प्रतिशत, 2012 में 78.20 प्रतिशत और 2007 में 75.45 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2002 में केवल 65.14 प्रतिशत मतदान हुआ था। गौरतलब है कि 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में, कांग्रेस ने 117 में से 77 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज कर शिअद-भाजपा गठबंधन के दस साल के शासन को समाप्त किया था। चुनाव में आप को 20 सीट, शिअद-भाजपा गठबंधन को 18 सीट और लोक इंसाफ पार्टी को दो सीट पर जीत मिली थी।
चुनावी संग्राम के नतीजों पर टिकी निगाहें
राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की लगभग दो महीने लंबी चली कवायद के बाद अब सारी निगाहें चुनाव नतीजों पर टिक गई हैं। राज्य की 403 सीटों के लिए सात चरणों में हुए चुनाव के परिणाम बृहस्पतिवार को घोषित किए जाएंगे।
चुनाव नतीजों से यह तय हो जाएगा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश में लगातार दूसरी बार अपनी सरकार बनाकर कीर्तिमान रचती है या समाजवादी पार्टी (सपा) पांच साल बाद फिर सत्ता में लौटती है, या फिर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अथवा अन्य कोई दल या गठबंधन सभी को चौंकाते हुए सत्ता शीर्ष पर पहुंचता है।
मतगणना के दौरान कुल 61 कंपनी पीएसी बल भी तैनात
चुनाव परिणाम से यह भी तय होगा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की नई तरह की राजनीति रंग लाएगी, सपा मुखिया अखिलेश यादव की अपील परवान चढ़ेगी या फिर भाजपा का करिश्मा एक बार फिर अपना जादू दिखाएगा। राज्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना राज्य के सभी 75 जिलों में सुबह आठ बजे शुरू होगी।
अधिकारी ने बताया कि सभी मतगणना केंद्रों की त्रिस्तरीय सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। इसमें केंद्रीय पुलिस बल, पीएसी तथा राज्य पुलिस बल शामिल हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक तमाम मतगणना केंद्रों पर 250 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात किये गये हैं। इनमें से 36 कंपनियों को ईवीएम की सुरक्षा में तैनात किया गया है जबकि 214 को मतगणना के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी दी गई है। मतगणना के दौरान कुल 61 कंपनी पीएसी बल भी तैनात किये गये हैं।
पूरे प्रदेश में जगह-जगह ताबड़तोड़ रैलियां कीं
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश पुलिस के 625 राजपत्रित अधिकारी, 1807 इंस्पेक्टर, 9598 दारोगा, 11627 हेड कांस्टेबल और 48649 कांस्टेबल को मतगणना के दौरान सुरक्षा में तैनात किया गया है। भाजपा ने वर्ष 2017 में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। पिछले विधानसभा चुनाव में इस पार्टी को 403 में से 312 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, उसके सहयोगियों अपना दल (सोनेलाल) को नौ और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को चार सीटें मिली थी।
भाजपा ने इस बार अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा, जबकि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बार राष्ट्रीय लोक दल तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी समेत कई क्षेत्रीय दलों से गठबंधन किया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण होने के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रदेश में जगह-जगह ताबड़तोड़ रैलियां कीं।
(इनपुट एजेंसी)