विधानसभा चुनाव 2019: ‘वेट एंड वॉच’ की स्थिति में अधिकांश उम्मीदवार और राजनीतिक पार्टियां
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 31, 2019 08:59 AM2019-08-31T08:59:22+5:302019-08-31T08:59:22+5:30
बल्लारपुर सीट से राज्य के वित्त व वन राज्यमंत्री सुधीर मुनगंटीवार का नाम भाजपा से तय है. यह सीट कांग्रेस या राकांपा को मिलेगी स्पष्ट नहीं है. इस पर राकांपा की भी दावेदारी है.
अरुण कुमार सहाय
विधानसभा चुनाव की हलचलें तेज हो गई है. उम्मीदवारों की खोजबीन जारी है. जिले के 6 विधानसभा क्षेत्रों में किसी सीट पर कांग्रेस के तो कहीं भाजपा के उम्मीदवार तय हैं. लेकिन कुछ सीटों को लेकर स्थिति अस्पष्ट है. विगत चुनाव में भाजपा-शिवसेना तथा कांग्रेस-राकांपा के अलग-अलग लड़ने तथा इस बार भाजपा-शिवसेना तथा कांग्रेस-राकांपा के बीच चुनावी गठबंधन की संभावनाओं के मद्देनजर शिवसेना तथा राकांपा के लिए कौन सी सीट छूटेगी या नहीं, इसको लेकर असमंजस की स्थिति है.
इन सीटों पर आखिरी फैसला मुंबई में ही होने वाला है. इससे स्थानीय नेता भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है. बहुजन समाज पार्टी, वंचित बहुजन अघाड़ी उम्मीदवारों के लिए ‘वेट एंड वॉच’ की स्थिति में है.चंद्रपुर में भाजपा से नाना शामकुले की उम्मीदवारी तय है. वे दो टर्म से विधायक है.
अगर उम्मीदवार बदला जाता है तो ब्रिजभूूषण पाझारे, राहुल घोटेकर दावेदार हैं. कांग्रेस उम्मीदवार के नाम को लेकर असमंजस की स्थिति है. दावेदारों की संख्या दर्जन भर है. लेकिन प्रमुख नामों में किशोर जोरगेवार (अभी कांग्रेस में नहीं है),महेश मेंढे, बालू उर्फ प्रवीण खोब्रागड़े का समावेश है. वंचित बहुजन अघाड़ी से अभी नाम स्पष्ट नहीं हुए .
बल्लारपुर सीट से राज्य के वित्त व वन राज्यमंत्री सुधीर मुनगंटीवार का नाम भाजपा से तय है. यह सीट कांग्रेस या राकांपा को मिलेगी स्पष्ट नहीं है. इस पर राकांपा की भी दावेदारी है. यदि सीट मिलती है तो राजेंद्र वैद्य उम्मीदवार हो सकते हैं. कांग्रेस के पास रहने की स्थिति में घनश्याम मूलचंदानी, नंदू नागरकर, प्रकाश देवतले, संतोष रावत दावेदार हैं. बीआरएसपी से राजू झोड़े का दावा है.
राजुरा में भाजपा के निर्वतमान विधायक संजय धोटे है. भाजपा में दबे जुबान उम्मीदवार बदले जाने की चर्चा है. अगर बदला जाता है तो जिला परिषद अध्यक्ष देवराव भोंगड़े की दावेदारी है. उन्हें जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार का साथ तय है. कांग्रेस में कई दावेदार हैं. लेकिन सुभाष धोटे का नाम लगभग तय है. हालांकि आदिवासी समाज के गोदरू पाटिल जुमनाके द्वारा उम्मीदवारी मांगी गई लेकिन राकांपा की भी दावेदारी है. कांग्रेस-राकांपा युति होने पर राकांपा के सुदर्शन निमकर बागी हो सकते है. स्वभाप से वामनराव चटप का चुनाव लड़ना तय है.
भद्रावती विधानसभा सीट शिवसेना के पास थी. पिछले चुनाव में यह सीट शिवसेना ने भाजपा को हरा कर जीती थी. शिवसेना विधायक बालू उर्फ सुरेश धानोरकर के लोकसभा चुनाव पूर्व कांग्रेस का दामन थामने और सांसद बन जाने से शिवसेना का समीकरण गड़बड़ा गया. हालांकि सांसद धानोरकर की पत्नी प्रतिभा धानोरकर ने विधानसभा सीट के लिए अपनी दावेदारी जताकर सबको चौंका दिया.
हालांकि स्थिति साफ नहीं है. कांग्रेस से आशावरी देवतले तथा उनके पति डॉ. विजय देवतले भी दावेदारों में हैं. भाजपा शिवसेना के साथ इस सीट की अदलाबदली कर सकती है. इसके बाद भाजपा द्वारा संजय देवतले को उम्मीदवार बनाना तय है. अगर सीट शिवसेना के पास रहती है तो नितिन मते प्रबल दावेदार है.चिमूर से भाजपा के विधायक बंटी उर्फ कीर्ति भांगड़िया का नाम तय है.
लेकिन भाजपा में बगावत होने के संकेत है.भांगड़िया से नाराज भाजपा के धनराज मुंगले बगावती मूड में है. कांग्रेस से सतीश वारजुकर तथा गजानन बुटके की दावेदारी है. रमेश गजबे वंचित बहुजन अघाड़ी के उम्मीदवार हो सकते हैं. ब्रापुरी सीट से कांग्रेस के विधायक विजय वड़ेट्टीवार का नाम तय है.
भाजपा के उम्मीदवार को लेकर स्थिति साफ नहीं है. पूर्व विधायक अतुल देशकर का नाम है लेकिन उम्मीदवार बदलने की भी चर्चा है. राकांपा के संदीप गड्डमवार तथा अशोक भैया के नाम की चर्चा भाजपा के अंदरुनी हलकों में है. सामाजिक कार्यकर्ता पारोमिता गोस्वामी का भी चुनाव लड़ना तय है. लेकिन किस पार्टी से या निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी यह स्पष्ट नहीं है.