रविवार को 17वीं लोक सभा के लिए होने वाले लोक सभा चुनाव 2019 की घोषणा के साथ ही चुनाव आयोग ने साफ कर दिया कि जम्मू-कश्मीर विधान सभा चुनाव के लिए लोक सभा चुनाव के साथ चुनाव नहीं होंगे। जम्मू-कश्मीर की छह लोक सभा सीटों के लिए पाँच चरणों में मतदान होगा।
दिल्ली के विज्ञान भवन में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जम्मू-कश्मीर में फिलहाल विधानसभा चुनाव नहीं कराए जाने की बात कही।
चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार देश की कुल 543 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई तक मतदान होगा। 23 मई को सभी सीटों के लिए हुए चुनाव की मतगणना होगी।
चुनाव आयोग की घोषणा के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य में चुनाव न कराए जाने के आयोग के फैसले पर अपनी नाराजगी जाहिर की।
उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, "1996 के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर विधान सभा के लिए चुनाव तय समय पर नहीं होंगे। अगली बार जब आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूत नेतृत्व के लिए तारीफ करें तो यह बात याद रखें।"
14 फ़रवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती कार बम से आतंकवादी हमला किया गया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे।
भारतीय वायुेसना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 26 फ़रवरी तड़के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमला किया था।
पाकिस्तान वायुसेना के जहाजों ने 27 फरवरी को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की थी जिसे भारतीय फाइटर जहाजों ने विफल कर दिया। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान का एक एफ-16 फाइटर प्लेन मार गिराया था।
भारत का मिग-21 का दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस विमान के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान पाकिस्तान पहुंचे गये थे और उन्हें पाक सेना ने कब्जे में ले लिया था। अभिनंदन वर्तमान एक मार्च को स्वेदश वापस आए थे।
देश की कुल 543 लोक सभा सीटों के लिए 11 अप्रैल से 19 मई के बीच सात चरणों में मतदान होगा। सभी सीटों के लिए हुए चुनाव की मतगणना 23 मई को होगी।
चुनाव आयोग के अनुसार 11 अप्रैल को पहले चरण, 18 अप्रैल को दूसरे चरण, 23 अप्रैल को तीसरे चरण, 29 अप्रैल को चौथे चरण, छह मई को पाँचवे चरण, 12 मई और 19 मई को सातवें चरण का मतदान होगा। सभी सीटों के लिए मतगणना एक साथ 23 मई को होगी। उसी शाम तक चुनाव के नतीजे आ जाएंगे।
जम्मू-कश्मीर विधान सभा 21 नवंबर 2018 को भंग की गई थी। जम्मू-कश्मीर में फिलहाल राष्ट्रपति शासन लागू है। जम्मू-कश्मीर में 25 नवंबर 2014 से 20 दिसंबर 2014 के बीच विधान सभा चुनाव हुए थे। राज्य की कुल 87 सीटों पर हुए चुनाव में महबूबा मुफ्ती की पीडीपी को 28 सीटों पर और बीजेपी को 25 सीटों पर जीत मिली थी।
राज्य में पीडीपी और बीजेपी के गठबंधन वाली सरकार बनी थी जो अपने पाँच साल पूरे नहीं कर सकी थी।