असमः रिश्वत की मोटी रकम ठुकराने वाले होमगार्ड को मिला ईमानदारी का पुरस्कार, मुख्यमंत्री ने दी कांस्टेबल के पद पर नियुक्ति
By अभिषेक पारीक | Updated: June 26, 2021 22:12 IST2021-06-26T22:00:40+5:302021-06-26T22:12:47+5:30
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने ईमानदारी की मिसाल पेश करने वाले होमगार्डकर्मी बोरसिंग बे को शनिवार को पुलिस कांस्टेबल के पद पर नियुक्ति का पत्र सौंपा।

बोरसिंग बे को मंत्रिमंडल ने पुलिस कांस्टेबल पद पर नियुक्त करने का निर्णय लिया। (फोटोः ट्विटर)
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने ईमानदारी की मिसाल पेश करने वाले होमगार्डकर्मी बोरसिंग बे को शनिवार को पुलिस कांस्टेबल के पद पर नियुक्ति का पत्र सौंपा।
कार्बी आंगलोंग जिले में 21 जून को एक नाके पर तैनात बे को तस्करों ने रिश्वत के रूप में बड़ी रकम की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने इसे ठुकराते हुए प्रशासन की मदद कर 12 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ बरामद कराए।
इसके बाद राज्य मंत्रिमंडल ने उन्हें पुलिस में कांस्टेबल के पद पर नियुक्त करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा, 'राज्य सरकार, ईमानदारी और बहादुरी का सम्मान करती है। बे ने अदम्य साहस का परिचय दिया और इससे असम पुलिस के कर्मियों को प्रेरणा मिलेगी।' होमगार्ड वस्तुतः पुलिस की सहायता करने वाला बल है जबकि कांस्टेबल पुलिस विभाग का पद है।
Assam Pride!
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 26, 2021
Acting on Cabinet's decision on June 24, happy to have handed over appointment letter to Sri Borsing Bey as Constable in @assampolice today.
He has set a remarkable example of integrity in confiscating drugs worth Rs 12 cr as Home Guard & refusing inducements. 1/2 pic.twitter.com/gI3g1S8cEg
डेढ महीने में 135 करेड़ के मादक पदार्थ जब्त
सरमा ने मादक पदार्थ एवं अवैध तस्करी रोधी दिवस पर कहा कि समाज में सकारात्मक संदेश देने के उद्देश्य से यहां राज्य सचिवालय में आयोजित एक समारोह में बे को नियुक्ति पत्र सौंपने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 45 दिन में राज्य में 135 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ जब्त किए गए।