असम कांग्रेस प्रमुख ने कृष्ण-रुक्मिणी विवाह की तुलना 'लव जिहाद' से की, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने दी गिरफ्तारी की चेतावनी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 28, 2023 01:23 PM2023-07-28T13:23:30+5:302023-07-28T13:26:39+5:30
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भूपेन बोरा को कृष्ण-रुक्मिणी विवाह समेत महाकाव्य महाभारत के अन्य चरित्रों के विवाह की तुलना 'लव जिहाद' से करने पर पर गिरफ्तारी की चेतावनी दी है।
गुवाहाटी:असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रदेश कांग्रेस प्रमुख भूपेन बोरा को कृष्ण-रुक्मिणी विवाह समेत महाकाव्य महाभारत के अन्य चरित्रों के विवाह की तुलना 'लव जिहाद' से करने पर पर बेहद कड़ी टिप्पणी की है। सीएम सरमा ने गुरुवार को कहा कि ऐसी श्रीकृष्ण समेत महाभारत के अन्य चरित्रों के खिलाफ ऐसी अशोभनीय टिप्पणी कतई स्वीकार नहीं की जा सकती है और अगर किसी ने भूपेन बोरा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई तो उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि भगवान कृष्ण और रुक्मिणी के पावन रिश्ते को तथाकथित "लव जिहाद" के साथ जोड़ना बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा कहने से पहले उन्हें हिंदू धर्मग्रंथों के बारे में पढ़ना चाहिए।
समाचार एनडीटीवी के अनुसार असम कांग्रेस प्रमुख भूपेन बोरा ने मुख्यमंत्री सरमा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हाल ही में असम के गोलाघाट में हुआ तीहरे हत्याकांड का जिक्र किया, जिसमें लव जिहाद का मामला सामने आया था। कांग्रेस नेता बोरा ने कहा कि लव जिहाद का प्रयोग अक्सर दक्षिणपंथी राजनेताओं द्वारा मुस्लिम पुरुषों द्वारा हिंदू महिलाओं को बहकाकर उनका धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में किया जाता है।
उन्होंने कहा, "इतिहास से ही इस तरह के परस्पर विवाह होते आ रहे हैं, यहां तक कि महाभारत में देखें तो ऐसे उदाहरण मिलते हैं। महाभारत में मुख्य कथा यही बताती है कि गांधारी का परिवार नहीं चाहता था कि उसका विवाह धृतराष्ट्र से हो। लेकिन भीष्म पितामह ने विवाह के लिए दबाव डाला और विवाह के लिए शकुनि के भाई को कैद कर लिया गया था। उसके बाद शकुनी ने मामा बनकर उसका बदला लिया। यह भी लव जिहाद है। गांधारी के परिवार ने विरोध किया और उन्होंने अपनी आंखों पर कपड़ा बांध लिया था। जब कृष्ण रुक्मिणी को लेने आए, तो वहां भी अर्जुन एक अलग रूप में आए।"
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के इस बयान की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "भूपेन बोरा का बयान पूरी तरह से सनातन धर्म के खिलाफ है, यह हिंदू धर्म के खिलाफ है। मैं श्री बोरा से अनुरोध करता हूं कि वह भगवान कृष्ण को इस विवाद में न लाएं। ठीक उसी तरह जैसे हमारे द्वारा हजरत मोहम्मद या ईसा मसीह को किसी भी धार्मिक विवाद में नहीं घसीटा जाता है।"
इसके साथ ही सीएम सरमा ने कहा, "और दूसरी बात कि आखिर लव जिहाद क्या है? तो बोरा को जानना चाहिए कि जब किसी लड़की की झूठी पहचान बताकर शादी की जाती है और शादी के बाद उसे अपना धर्म बदलने के लिए मजबूर किया जाता है तो वह लव जिहाद है। भगवान कृष्ण ने कभी भी विवाह के लिए रुक्मिणी को अपना धर्म बदलने के लिए नहीं कहा था।"
उन्होंने बोरा का नाम लिए बिना कहा, "अगर इस विवाद में कोई मामला दर्ज करता है, तो हमें उस व्यक्ति को गिरफ्तार करना होगा, जो ऐसा कहता है।”
मालूम हो कि बीते बुधवार को नाज़ीबुर रहमान बोरा नाम के आरोपी ने अपनी पत्नी संघमित्रा घोष और उनके माता-पिता की हत्या कर दी और फिर अपने नौ महीने के बच्चे को गोद में लेकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री सरमा ने मृतका संघमित्रा घोष के परिजनों से मुलाकात की और कहा, "यह पूरी तरह से लव जिहाद का मामला है। मृतका परिवार हिंदू थी और आरोपी मुस्लिम समुदाय से है। उसने पहले फेसबुक पर अपना परिचय हिंदू नाम से दिया था।"