अशोक गहलोत को 'दिल्ली दरबार' ने किया तलब, सोनिया गांधी के सक्रिय होने से अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले पार्टी में बढ़ी हलचल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 21, 2022 12:22 PM2022-09-21T12:22:36+5:302022-09-21T12:37:32+5:30
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले दिल्ली में सोनिया-वेणुगोपाल की बैठक हुई। जिसके बाद केसी वेणुगोपाल ने 10 जनपथ के प्रति समर्पित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को फोन करके दिल्ली बुलाया है।
दिल्ली:कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है पार्टी में आंतरिक हलचल बढ़ती जा रही है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी संगठन अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले सक्रिय हो गई हैं और उन्होंने मंगलवार को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की।
बताया जा रहा है कि सोनिया-वेणुगोपाल की बैठक के बाद 10 जनपथ के प्रति समर्पित राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दिल्ली बुलाया गया है। कहा जा रहा है कि दिल्ली कूच से पहले सीएम गहलोत ने जयपुर में विधायकों के साथ अध्यक्ष पद के चुनाव के संबंध में चर्चा की।
समाचार वेबसाइट द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक केसी वेणुगोपाल ने सोनिया गांधी के बुलावे पर केरल से दिल्ली पहुंचे। वेणुगोपाल केरल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल थे। सोनिया गांधी ने केसी वेणुगोपाल के साथ पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव के लिए किये जा रहे तैयारियों के संबंध में अंतिम चर्चा की।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र 24 सितंबर से भरे जाएंगे। सोनिया गांधी से मीटिंग खत्म होने के बाद वेणुगोपाल ने सीधे राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को फोन किया और उन्हें बुधवार को दिल्ली आकर सोनिया गांधी से मिलने के लिए कहा।
बताया जा रहा है वेणुगोपाल के फोन के बाद सीएम गहलोत ने मंगलवार की रात 10 बजे मुख्यमंत्री आवास पर विधायकों के साथ एक बैठक की। बैठक में गहलोत ने विधायकों से कहा कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के संबंध में दिल्ली बुलाया है और वह अध्यक्ष पद के चुनाव के विषय में उनके फैसले को स्वीकार करेंगे।
हालांकि, इस ऐलान के साथ सीएम गहलोत ने पार्टी विधायकों से कहा कि वह अध्यक्ष पद की रेस में नहीं हैं और राज्य में मुख्यमंत्री के पद पर बने रहेंगे और अगले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को जीत दिलाएंगे। लेकिन गहलोत के इस संदेश के बावजूद बैठक में मौजूद विधायकों ने संकेत दिया कि गहलोत कांग्रेस की कमान संभाल सकते हैं और साथ में राजस्थान के सीएम भी बने रह सकते हैं।
वहीं गहलोत के दिल्ली बुलावे पर पार्टी सूत्रों क कहना है कि बुधवार को दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद वो राहुल गांधी से मिलने के लिए केरल भी रवाना हो सकते हैं और केरल से वापसी के बाद वो 30 सितंबर यानी नामांकन के अंतिम दिन तक दिल्ली में ही जमे रहेंगे।
मालूम हो कि अशोक गहलोत कथित तौर पर 10 जनपथ की ओर से पार्टी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के तौर पर पहली पसंद बताये जा रहे हैं।