महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर भाजपा और शिव सेना में चल रही तल्खी के बीच कांगे्रस में भी राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई है. पार्टी के आठ विधायक जो वीरवार से दिल्ली में डेरा डाले हुए थे उनको आज शाम तत्काल जयपुर कहने के लिए कह दिया गया है. पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाये हुए है और वे लगातार पार्टी के उन नेताओं के संपर्क में है जो मुंबई और दिल्ली के बीच समन्वय कर रहे है.
दरअसल यह विधायक पार्टी आलाकमान को यह समझाने के लिए दिल्ली आये थे कि भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए कांग्रेस को इस समय शिव सेना का समर्थन कर देना चाहिए क्योंकि अधिकांश पार्टी के विधायक इसी राय के है.
इन नेताओं में पार्टी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल से मुलाकात की जो लगातार महाराष्ट्र के कांग्रेसी नेताओं और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच संपर्क कायम कर एक कड़ी के रुप में काम कर रहे है.इधर कांग्रेस ने अपने विधायकों को मुंबई से जयपुर रवाना कर दिया ताकि कर्नाटक की तरह भाजपा कांगे्रस खेमे कोई तोड़-फोड़ ना कर सके.
कांग्रेस विधायकों को जयपुर में सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी पार्टी के प्रभारी अविनाश पांडे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सौंपी गयी है इन दोनों नेताओं ने लोकमत से बातचीत करते हुए इन तथ्यों की पुष्टि की और साफ किया कि कांग्रेस का कोई विधायक टूटने वाला नहीं है.
सूत्रों से मिली खबरों के अनुसार मुंबई में बैठे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शरद पवार से संपर्क करने को कहा गया है जिसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री पृथ्वी राज चव्हाण अन्य नेताओं के साथ पवार से मिलने चले गये. इन नेताओं को यह भी हिदायत दी गयी है कि शरद पवार सरकार के गठन को लेकर जो रणनीति तैयार करें उससे केंद्रीय नेतृत्व को अवगत कराने के बाद कांग्रेस कदम उठाये.