प्रज्ञा ठाकुर के विवादित बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने बोला हमला, कहा- यह उनकी सोचने की शक्ति है
By रामदीप मिश्रा | Published: July 22, 2019 01:49 PM2019-07-22T13:49:53+5:302019-07-22T13:49:53+5:30
असदुद्दीन ओवैसी ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान को लेकर कहा है कि मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हैं, न ही मैं इस अप्रिय बयान से हैरान हूं, वह ऐसा इसलिए कहती है क्योंकि उनकी यह सोचने की शक्ति है।
भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के विवादित बयान को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने हमला बोला है। प्रज्ञा ठाकुर को उन्होंने भारत में हो रहे जाति और वर्ग के भेदभाव को मानने वाला बताया है। बता दें कि पज्ञा ने बीते दिन कहा था कि वह नाली एवं शौचालय साफ करने के लिए सांसद नहीं बनीं हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान को लेकर कहा है कि मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हैं, न ही मैं इस अप्रिय बयान से हैरान हूं, वह ऐसा इसलिए कहती है क्योंकि उनकी यह सोचने की शक्ति है। वह भारत में हो रहे जाति और वर्ग के भेदभाव में विश्वास रखती हैं।
आगे उन्होंने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर यह भी स्पष्ट रूप से बताती हैं कि जातियों में जिस तरह का काम परिभाषित किया है, उसे जारी रखना चाहिए। उन्होने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। और तो और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का खुलकर विरोध किया है।
Asaduddin Owaisi: She (Pragya Thakur, BJP MP from Bhopal) also clearly tells that the kind of work the caste has defined, that should continue. It is very unfortunate. Also, she has openly opposed the PM's program. 2/2 https://t.co/fUZIWUZX61
— ANI (@ANI) July 22, 2019
गौरतलब है कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने दो अक्टूबर 2014 को देश भर में एक राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी। इसके तहत मोदी ने स्वयं झाड़ू उठाई थी। इसके बाद कई नेताओं, अभिनेताओं और जिलाधिकारियों सहित कई हस्तियों ने भी इस सफाई अभियान में भाग लिया। कुछ ने तो नालियां तक साफ कीं। प्रज्ञा का यह बयान इस सफाई अभियान के खिलाफ माना जा रहा है।
सीहोर में रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पज्ञा ठाकुर ने कहा था कि आपको (आमजन) एक फोन नंबर सहजता से मिल गया और आपने (मुझे) लगा दिया। हम किस परिस्थिति में हैं? क्या कर रहे हैं? संसद सत्र के बाद उन चीजों को क्रियान्वित करने के लिए हम यहां रहेंगे। आपकी सुनेंगे। जो भी समस्या है हम वहां जाकर समाधान कराएंगे। जो धनराशि हमको मिलेगी, आप लोगों के लिए मिलती है, खर्च आप लोगों पर ही करना है। यही होना है ना। तो ध्यान रखो, हम नाली साफ करने के लिए नहीं बने हैं। ठीक है ना। हम आपके शौचालय साफ करने के लिए बिल्कुल नहीं बनाए गए हैं। हम जिस काम के लिए बनाए गए हैं, वह काम हम ईमानदारी से करेंगे। यह हमारा पहले भी कहना था, आज भी कहना है और आगे भी कहेंगे।