नई दिल्ली: दिल्ली की शराब नीति घोटाले से जुड़े मामले में सीबीआई की पूछताछ के एक दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री ने विधानसभा में भाषण दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। दिल्ली विधानसभा के एकदिवसीय विशेष सत्र में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक कहानी के माध्यम से पीएम मोदी पर परोक्ष रूप से हमला बोला। केजरीवाल ने कहा कि आपने बचपन में राजा-रानी की बहुत कहानियां सुनी होंगी लेकिन मेरी कहानी में रानी नहीं हैं। बस राजा है। ये एक महान देश की कहानी है।
केजरीवाल ने कहा, "उस देश में एक गांव में एक गरीब परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ। उस बच्चे ने चौथी पास होने के बाद पढ़ाई छोड़ दी। गांव के पास एक रेलवे स्टेशन था। घर का खर्चा चलाने के लिए वो लड़का स्टेशन पर चाय बेचता था। लड़के को भाषण देने का बड़ा शौक था। एक बार शुरू हो जाता तो बंद ही नहीं होता था। बाद में वह राजा बना। वह बहुत अहंकारी था और उसे पैसे की बहुत हवस थी, बहुत बड़ा भ्रष्टाचारी था। उससे अफसर अंग्रेजी में बोलकर किस-किस फाइल पर साइन करवा ले जाते थे, उसे पता ही नहीं चलता था, क्योंकि वो अनपढ़ था, पूछता तो बेइज्जती होती।"
केजरीवाल ने आगे कहा, "धीरे-धीरे राजा को बुरा लगने लगा कि ये लोग चौथी पास राजा कहते हैं। फिर उसने एक दिन फर्जी डिग्री बनवा ली और बोला कि 'मैं एमए हूं'। लोगों ने कहा कि ये तो गलत है और आरटीआई डालनी शुरू कर दी। जो आरटीआई डालता उस पर 25 हजार रुपये जुर्माना लग जाता। कुछ लोगों ने चौथी पास राजा को आइडिया दिया कि नोटबंदी कर दो, भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा। भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ और देश 20 साल पीछे चला गया। किसान कानून पास कर दिए तो किसान सड़कों पर आ गए, 750 मौत हो गई। इससे पहले तुगलक राजा था, वो भी ऐसे ही कुछ भी फालतू करता था।"
केजरीवाल आगे बोले, "चौथी पास राजा ने पैसे इकट्ठा करने के लिए अपने दोस्त का सहयोग लिया और ठेके, कंपनियां समेत उसका तहखाना भर दिया। नाम तेरा, पैसा मेरा तकनीक से अनपढ़ राजा ने अपने लालच और भ्रष्टाचार से महत्वकांक्षा पूरी की।"
केजरीवाल ने अंत में कहा कि इस कहानी का सार ये था कि यदि देश में कुछ ठीक-ठाक ना हो और यदि देश की जनता महंगाई और गरीबी से जूझ रही हो तो सबसे पहले यह देखें कि देश का राजा अनपढ़ तो नहीं है।