चीनी घुसपैठ का मुद्दा, अरुणाचल प्रदेश में फिर बनाया एन्क्लेव, कांग्रेस ने कहा-डोकलाम के निकट ‘गांव बसाने’ को लेकर पीएम चुप क्यों हैं...
By शीलेष शर्मा | Published: November 18, 2021 07:06 PM2021-11-18T19:06:43+5:302021-11-18T19:09:21+5:30
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और अखंडता को लेकर समझौता करने का आरोप लगाया तथा यह सवाल किया कि डोकलाम के निकट चीन द्वारा गांव बसाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं?
नई दिल्लीः भारतीय सीमा पर चीनी सैन्य गतिविधियों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। राजनीतिक दलों से मिल रहे संकेतों के अनुसार 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में चीनी घुसपैठ का मुद्दा विपक्ष का बड़ा हथियार होगा।
कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और अखंडता को लेकर समझौता करने का आरोप लगाया तथा यह सवाल किया कि डोकलाम के निकट चीन द्वारा गांव बसाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं?
पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने दावा किया कि उपग्रह से ली गई ताजा तस्वीरों से पता चलता है कि चीन ने डोकलाम के निकट भूटान में चार गांव बसा लिए हैं और अतिक्रमण के जरिये 100 वर्ग किलोमीटर जमीन हथिया ली है। सैटेलाइट तस्वीरों के मुताबिक, 2019 में यह एन्क्लेव मौजूद नहीं था, लेकिन एक साल बाद ही यह दिखने लगा। कुछ ही दिन पहले पेंटागन की रिपोर्ट में भी की गई थी
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘चीन लगातार अतिक्रमण कर रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। प्रधानमंत्री जी, आप चीन का नाम क्यों नहीं लेते? हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर देश के लोगों को जवाब दें।’’ कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और अखंडता के साथ समझौता किया है जो अब बेनकाब हो चुका है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने हमारे उन जवानों के पराक्रम और बलिदान को कमतर किया है जिन्होंने पिछले साल चीन की घुसपैठ का करारा जवाब दिया था।’’ कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला भी ट्विटर पर उपग्रह की तस्वीरें साझा कीं और सवाल किया कि चीन की इस हरकत पर प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं?
उन्होंने यह भी पूछा, ‘‘हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा कौन करेगा?’’ वल्लभ ने कहा कि इन तस्वीरों से पता चलता है कि चीन द्वारा पिछले साल ये गांव भूटान की सीमा के भीतर बसाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ये गांव उसी डोकलाम पठार के निकट बसाए गए हैं जहां 2017 में भारत और चीन के बीच कई दिनों तक गतिरोध चला था।
सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में इसे जोर शोर से उठायेगी, क्योंकि इन तीनों राज्यों में एक बड़ी आबादी सेना से जुड़ी है। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लभ ने दो टूक कहा कि पार्टी इस मुद्दे को पार्लियामेंट के अंदर भी उठाएगी। क्षेत्रीय संप्रभुता का मुद्दा है।
ये हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है। इससे गंभीर मुद्दा देश के लिए कुछ नहीं हो सकता कि हमारी जो सिलीगुड़ी कॉरिडोर के जस्ट कुछ किलोमीटर दूर चीन गांव बसाकर बैठा है। अरुणाचल में हमारी सीमा के अंदर साढ़े चार किलोमीटर घुसकर गांव बसा लेता है और सरकार को पता नहीं हैं।
कभी तो पेंटागन की रिपोर्ट आती है। कभी रिसर्च ऑर्गनाइजेशन बताते हैं। सरकार नहीं बता रही देश को कि ये हो गया है। ये चीजें दूसरे मुल्कों के लोग देशवासियों को बता रहे हैं, कांग्रेस इस गंभीर मुद्दे को संसद में भी उठायेगी और संसद के बाहर भी।
कांग्रेस अकेली पार्टी नहीं समाजवादी पार्टी ने टिप्पणी की। मुलायम सिंह के रक्षा मंत्री रहते चीन भारत की तरफ आँख भी नहीं उठा सका लेकिन आज गांव के गांव बसा रहा है। पाकिस्तान और चीन को लेकर जनता संवेदनशील है अतः सपा मोदी सरकार को जनता की भावनाओं को आहात नहीं करने देगी।
आरजेडी के तेजस्वी यादव ने रेजांगला में 120 भारतीय जवानों के अदम्य साहस को याद कर परोक्ष हमला बोला। पी चिदंबरम ने विदेश मंत्रालय का उल्लेख करते हुये ट्वीट किया कि एक तरफ मंत्रालय चीनी घुसपैठ को अवैध बता रहा है ,इसका मतलब घुसपैठ हुयी दूसरी तरफ कहता है सरकार इसे स्वीकार नहीं करती।