"कलाकार ईडी और सीबीआई के खौफ से राष्ट्रीय मुद्दों पर कुछ भी बोलने से डरते हैं", जावेद अख्तर ने पटियाला में छात्रों के साथ बातचीत में कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 21, 2023 09:25 AM2023-09-21T09:25:32+5:302023-09-21T09:33:41+5:30
जावेद अख्तर ने कहा कि देश के मौजूदा हालात ऐसे हैं कि अभिव्यक्ति की आजादी पर बेहद गंभीर खतरा मड़रा रहा है। कलाकार ईडी और सीबीआई के खौफ से देश को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर बोलने से डरते हैं।

फाइल फोटो
पटियाला: हिंदी सिनेमा के प्रसिद्ध पटकथा लेखक, गीतकार और राज्यसभा के सांसद रहे जावेद अख्तर ने बुधवार को ईडी और सीबीआई का नाम लेते हुए मोदी सरकार पर बेहद तीखा हमला किया है। जावेद अख्तर ने कहा कि देश के मौजूदा हालात ऐसे हैं कि अभिव्यक्ति की आजादी पर बेहद गंभीर खतरा मड़रा रहा है।
गीतकार जावेद पटियाला के पंजाब विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में अभी जिस तरह का माहौल है, कलाकार, गीतकार और समाज के अन्य तमाम बुद्धिजीवि लोग केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कारण खौफ में हैं और केंद्रीय जांच एजेंसियों के डर के कारण देश को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर बोलने से डरते हैं।
उन्होंने कार्यक्रम में शामिल छात्रों और संकाय सदस्यों के साथ बातचीत में यह पूछे जाने पर कि राष्ट्रीय मुद्दों पर भारतीय कलाकारों की चुप्पी के बारे में वो क्या कहेंगे। जावेद अख्तर ने कहा, “आज देश में माहौल कुछ मुख्तलिफ माहौल है, कलाकारों में भारी असुरक् की भावना है। यहां तक कि देश का मीडिया भी कुछ मुद्दों पर चुप रहता है।"
उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "हालांकि राष्ट्रीय मुद्दों पर बोलना कलाकारों का मुख्य काम नहीं है, लेकिन उन्हें जनता के समर्थन में अपनी आवाज़ उठानी चाहिए। लकिन वो भी माहौल को देखते हुए खामोश हैं, ऐसा पहले नहीं होता था। कलाकार अपनी बात समाज के सामने खुलकर कहते थे।"
मालूम हो कि गीतकार जावेदअख्तर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुखर आलोचक रहे हैं। जब साल 2013 में पीएम मोदी केंद्र की सत्ता में नहीं आये थे तो उस वक्त जावेद अख्तर ने उनकी पीएम दावेदारी पर बेहद तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी बेहतर प्रधानमंत्री नहीं हो सकते, क्योंकि उनका लोकतांत्रिक व्यवस्था में यकीन नहीं है।
उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी की सियासी तरक्की देश के लोकतंत्र के लिए भारी चुनौती साबित होगी। उन्होंने तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वो गुजरात में अपने मंत्रियों के साथ चपरासी की तरह व्यवहार करते हैं और इस मानसिकता के साथ भला वे कैसे देश चला सकते हैं।