Armed Force Flag Day: जानिए आजादी के बाद से हर साल क्यों मनाया जाता है ये दिन
By मेघना वर्मा | Published: December 7, 2018 09:19 AM2018-12-07T09:19:09+5:302018-12-07T09:27:55+5:30
देश भर में बहुत सी जगहों पर जवानों के लिए तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है।
देश भर में सात दिसंबर का दिन भारतीय सेनाओं के लिए बेहद खास है। सात दिसंबर को हर साल Armed Force Flag Day मनाया जाता है। इस सशस्त्र सेना झंडा दिवस को आजादी के बाद से ही लगातार मनाया जा रहा है। आइए आपको बताते हैं कब और कैसे हुई इसकी शुरूआत और क्यों मनाते हैं सशस्त्र सेना झंडा दिवस।
जवनों और नाविकों को किया जाता है याद
On the occasion of #ArmedForcesFlagDay I salute our armed forces personnel who dedicate themselves to protecting our motherland. pic.twitter.com/WpYBYKb8Tf
आजाद भारत के बाद सबसे पहले 1949 में इस सशस्त्र सेना झंडा दिवस को मनाया गया था। इस दिन को मनाने का उद्देश्य ये था कि सेनाओं को उनका सम्मान दिया जा सके। हर साल मनाए जाने वाले इस दिन में जवानों के एयरमैन और नाविकों को याद किया जाता है जिन्होंने देश त्याग के लिए अपने प्राण गंवा दिए।
I salute the courage, valour & sacrifice of our armed forces on the #ArmedForcesFlagDaypic.twitter.com/jAbzRP305h
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) December 7, 2018
फंड की होती है व्यवस्था
#ArmedForcesFlagDay ..... 7 th December 2018 .... Jai Hind 🇮🇳.. pic.twitter.com/NFJlRh594A
इस दिन में उन सभी जवानों और उनके परिवार के कल्याण और मदद के लिए फंड की व्यवस्था का जाती है। देश भर में बहुत सी जगहों पर जवानों के लिए तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है। इस दिन को मनाने का यही उद्देश्य भी है कि उन जवानों के घर और परिवार के कल्याण के लिए कुछ किया जाए जिन्होंने देश की रक्षा करते-करते अपने प्राण गंवा दिए हैं।
आजादी के बाद गठित हुई थी कमेटी
#ArmedForcesWeek2018 – Expressing gratitude to those who protect the honour of the Nation. Wear the Flag with pride to honour our Soldiers, Airwarriors & Sailors.#ArmedForcesFlagDay 07Dec.
To contribute & to download the printable Flag visit : https://t.co/BTsqptiCQUpic.twitter.com/EOs6zjkWUf
आजादी के बाद सरकार के सामने सैनिकों के रख-रखाव के लिए जरूरी पैसों की कमी और उनसे जुड़ी कई समस्या थी। इसके लिए अगस्त 28 1949 को तत्कालीन रक्षा मंत्री ने एक कमेटी बनाई। इस कमेटी ने ही सात दिसंबर को झंडा दिवस मनाने का सुझाव दिया। बस तभी से शुरू हुयी झंडा दिवस मनाने की परंपरा। इस दिन लोग छोटे-छोटे झंडों को देकर फंड इकट्ठा करते हैं।