जम्मू: कल रात और आज तड़के पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइलों के हमलों के बाद ऐसे हमलों की पुनर्रावृत्ति को रोकने की खातिर कई अन्य सामरिक महत्व के प्रतिष्ठानों की सुरक्षा की खातिर विमानभेदी तोपों और मिसाइलों की तैनाती की जाने लगी है। ऐसा कदम इसलिए उठाना पड़ा है क्योंकि भारतीय पक्ष को इसके प्रति उम्मीद नहीं थी कि पाकिस्तान इस तरह से नागरिक ठिकानों को अपना निशाना बनाने की खातिर ड्रोनों के झुंड भेजेगा।
अधिकारियों ने बताया कि पाक सेना और वायुसेना की इन मंशाओं के मद्देनजर प्रदेश में सीमाओं और भीतर तैनात की गई विमानभेदी तोपों को भी हाई अलर्ट की स्थिति में रहने के लिए कहा गया है। जबकि वायुसैनिक हवाई अड्डों को चौकसी बरतने के साथ ही ऐसी किसी भी स्थिति में लड़ाकू विमानों को जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि अधिकारियों को मिलने वाली रपटों में जो पाक वायुसेना के हवाई हमलों की आशंका प्रकट की गई है उसमें हालांकि उसके संभावित निशानों के रूप मंे सीमावर्ती क्षेत्रों को ही अंकित किया गया है लेकिन अधिकारी किसी प्रकार का खतरा मोल लेने को तैयार नहीं हैं।
रक्षाधिकारियों का कहना था कि एलओसी के पार पाक वायुसेना की गतिविधियों में अचानक तेजी आई है। जबकि पाक वायुसेना छाताधारी सैनिकों को उतारने की प्रैक्टिस भी कर रही है। संभवता, मिलने वाली रिपोर्टों के अनुसार, वे इस कार्रवाई को भारतीय क्षेत्र में दोहराना चाहते हैं।
असल में पिछले दो दिनों से आप्रेशन सिंदूर के तहत पूरे पाकिस्तान में अफरातफरी का माहौल है। दरअसल पाकिसतान को भारत के इस आक्रामक रूख का कोई अंदाजा नहीं था। भारतीय कार्रवाई ने पाक सेना को असमंजस की स्थिति में डाल दिया है। यह स्थिति कैसी है इसी से स्पष्ट है कि पाक सेना कश्मीर सीमा के अन्य सेक्टरों में मोर्चे तो खोल रही है लेकिन वहां भी उसे भारत के आक्रामक रूख का सामना करना पड़ रहा है।
हवाई हमलों की चेतावनी जारी करते हुए जम्मू सीमा के सेक्टरों में भी विमानभेदी तोपों को महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर तैनात किया गया है। अधिकारी कहते हैं कि पिछले कुछ दिनों से जो कोशिशें पाक वायुसेना के युद्धक विमानों द्वारा भारतीय सीमा के उल्लंघन करने की कोशिशें हो रही थीं वे भी इसी अभियान का एक हिस्सा लगता है जिसे पूरा करने की तैयारी में पाक वायुसेना जुटी हुई है।
अधिकारी अभी भी इसके प्रति दावा कर रहे हैं कि पाक वायुसेना भारत के हवाई अड्डों पर सीधे हमले करने के जोखिम भरे कदम नहीं उठा सकती है लेकिन सीमा पार से एजेंटों से प्राप्त समाचारों तथा पाक वायुसेना की गतिविधियों का निष्कर्ष यही निकलता है कि पाक वायुसेना किसी बड़ी कार्रवाई की तैयारी में जुटी हुई है।
हालांकि कश्मीर तथा जम्मू के सभी सैनिक हवाई अड्डों को पहले से ही चौकस व सतर्क रखा गया है अब सभी महत्वपूर्ण असैनिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के इंतजाम भी किए जा रहे हैं। इनकी सुरक्षा के लिए विमानभेदी तोपों को भी तैनात किया गया है। अधिकारी कहते थे कि पाक हमलों से बचाव के लिए मिसाइलें भी इसलिए तैनात की गई हैं क्योंकि सूचनाएं कहती हैं कि पाक वायुसेना और सेना भारत को चौंकाने के लिए अब लंबी दूरी तक मार करने वाली अपनी मिसाइलों का सहारा ले सकता है।