चंडीगढ़ पंजाब को देने के लिए हरियाणा के गृह मंत्री ने गिनाई शर्तें, केंद्र से की इन चीजों की मांग
By मनाली रस्तोगी | Published: April 5, 2022 01:10 PM2022-04-05T13:10:31+5:302022-04-05T13:11:40+5:30
चंडीगढ़ को लेकर एक बार फिर हरियाणा और पंजाब की सरकारें आमने-सामने आ गई हैं। ऐसे में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि हरियाणा तब तक चंडीगढ़ में रहेगा जब तक हमें नई राजधानी की स्थापना के लिए एसवाईएल का पानी, हिंदी भाषी क्षेत्रों और केंद्र से पैसा नहीं मिल जाता।
चंडीगढ़: चंडीगढ़ के 22 हजार कर्मचारियों को केंद्रीय कर्मचारियों की कैटगरी में डालने के बाद से एक बार फिर हरियाणा और पंजाब सरकार आमने-सामने आ गई हैं। दरअसल, इस समय चंडीगढ़ पुनजब और हरियाणा दोनों ही राज्यों की राजधानी है। इसके अलावा ये एक केंद्र शासित प्रदेश है, जिसको लेकर दोनों राज्यों के बीच काफी समय से विवाद चल रहा है। बता दें कि अब एक बार फिर दोनों राज्यों की सरकारें चंडीगढ़ पर अपना दावा ठोक रही हैं।
क्या बोले हरियाणा के गृह मंत्री?
Haryana will continue to remain in Chandigarh until we get SYL water, Hindi-speaking regions, and money from the Centre for establishing a new capital: Haryana Home Minister Anil Vij pic.twitter.com/zFTOT4CINe
— ANI (@ANI) April 5, 2022
इस बीच हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि हरियाणा तब तक चंडीगढ़ में रहेगा जब तक हमें नई राजधानी की स्थापना के लिए एसवाईएल का पानी, हिंदी भाषी क्षेत्रों और केंद्र से पैसा नहीं मिल जाता। बताते चलें कि पंजाब विधानसभा में आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार ने एक अप्रैल को चंडीगढ़ पंजाब को सौंपे जाने को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया था। इसके बाद से इस मामले को लेकर बार फिर से हवा मिल गई है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने किया ये ट्वीट
पंजाब के 27 गाँव उजाड़ के बनाया हुआ चण्डीगढ़, पंजाब का था, है और रहेगा…
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) April 4, 2022
कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना …
चण्डीगढ़ तो बहाना है, पंजाब के दरियाई पानी पे निशाना है ।
Beware the next big battle is for the river waters of Punjab...@ArvindKejriwal@mlkhattar@BhagwantMann
बता दें कि इस मुद्दे में अब कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू भी उतर गए हैं। उन्होंने इस मामले पर सोमवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि पंजाब के 27 गांव उजाड़कर बनाया हुआ चंडीगढ़ पंजाब का था, है और रहेगा। कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना। चंडीगढ़ तो बहाना है, पंजाब के दरियाई पानी पे निशाना है। यही नहीं, सिद्धू आगे लिखते हैं कि सावधान रहें अगली बड़ी लड़ाई पंजाब के नदी जल के लिए है।