जयराम रमेश ने इशारों में कसा अनिल एंटनी पर तंज, दो मुख्यमंत्रियों के दो बेटों की कहानी बताई
By शिवेंद्र राय | Published: January 25, 2023 05:49 PM2023-01-25T17:49:04+5:302023-01-25T17:52:08+5:30
बीबीसी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित एक डाक्यूमेंट्री बनाई है जिसमें गुजरात दंगों का भी जिक्र है। इसी मामले पर अनिल एंटनी ने एक ट्वीट कर के कहा था कि ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर के विचारों को भारतीय संस्थानों के ऊपर रखना देश की संप्रभुता को कमजोर करेगा।
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अनिल एंटनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी की डाक्यूमेंट्री का विरोध किया था। जानकारी के अनुसार अनिल एंटनी पर उस ट्वीट को डीलिट करने का दबाव था जो उन्होंने बीबीसी की डाक्यूमेंट्री के विरोध में किया था।
अब ये मामला सुर्खियों में है और इस पर जमकर राजनीतिक बयानबाजी भी हो रही है। इसी बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक ऐसा ट्वीट किया है जिसे अनिल एंटनी पर तंज माना जा रहा है। अपने ट्वीट में जयराम रमेश ने लिखा, 'एक राज्य के दो मुख्यमंत्रियों के दो बेटों की कहानी। एक भारत यात्री है जो राष्ट्र को एकजुट करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा में ज्यादातर नंगे पैर बिना थके हुए चल रहा है। दूसरा पार्टी और यात्रा के प्रति अपने कर्तव्यों को नजरअंदाज करते हुए धूप में अपने दिन का लुत्फ ले रहा है।'
A Tale of Two Sons of Two CMs from the same state.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) January 25, 2023
One is a Bharat Yatri and walking tirelessly, mostly barefoot to unite our nation in the #BharatJodoYatra
The other is reveling in his day in the sun today having ignored his duties to the Party and the Yatra.
इस ट्वीट में जयराम रमेश ने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन माना जा रहा है कि उनका इशारा साफ-तौर पर अनिल एंटनी पर ही था। कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देते हुए अनिल एंटनी ने लिखा था, “मैंने कांग्रेस में अपनी भूमिकाओं से इस्तीफा दे दिया है। बोलने की आजादी के लिए लड़ने वालों द्वारा ट्वीट को वापस लेने के लिए असहिष्णु कॉल किया गया और मैंने मना कर दिया। जिंदगी चलती रहती है।”
क्या है मामला
दरअसल बीबीसी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित एक डाक्यूमेंट्री बनाई है जिसमें गुजरात दंगों का भी जिक्र है। भारत सरकार बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को प्रधानमंत्री और देश के खिलाफ प्रोपेगेंडा बता चुकी है और बैन भी कर दिया गया है। भारत के विदेश मंत्रालय का इस डॉक्यूमेंट्री को लेकर कहना है कि यह डॉक्यूमेंट्री भारत के खिलाफ एक खास किस्म के दुष्प्रचार का नरेटिव चलाने की कोशिश है। इसी मामले पर अनिल एंटनी ने एक ट्वीट कर के कहा था कि ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर के विचारों को भारतीय संस्थानों के ऊपर रखना देश की संप्रभुता को कमजोर करेगा।