राफेल डील की कवरेज को लेकर अनिल अंबानी की रिलायंस ने द वायर पर किया 6 हजार करोड़ का मुकदमा
By स्वाति सिंह | Published: November 29, 2018 05:05 AM2018-11-29T05:05:35+5:302018-11-29T05:05:35+5:30
इससे पहले अक्टूबर में नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (एनडीटीवी) को अहमदाबाद सिटी सिविल कोर्ट से 10 हजार करोड़ रुपये की मानहानि का एक नोटिस मिला था। इसे अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने राफेल कवरजे के संबंध में दाखिल किया गया था।
![Anil Ambani's Reliance charges 6,000 crores on the wire for Rafael Deal's coverage | राफेल डील की कवरेज को लेकर अनिल अंबानी की रिलायंस ने द वायर पर किया 6 हजार करोड़ का मुकदमा Anil Ambani's Reliance charges 6,000 crores on the wire for Rafael Deal's coverage | राफेल डील की कवरेज को लेकर अनिल अंबानी की रिलायंस ने द वायर पर किया 6 हजार करोड़ का मुकदमा](https://d3pc1xvrcw35tl.cloudfront.net/sm/images/420x315/anil-ambani_20180845179.jpg)
राफेल डील की कवरेज को लेकर अनिल अंबानी की रिलायंस ने द वायर पर किया 6 हजार करोड़ का मुकदमा
अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने द वायर को अहमदाबाद सिटी सिविल कोर्ट से 6,000 करोड़ की मानहानि का मुकदमा दायर किया है। इसे राफेल कवरजे के संबंध में दाखिल किया है। 23 अगस्त 2018 को द वायर की ओर से 'राफेल डील: अंडरस्टैंडिंग द कंट्रोवर्सी' के नाम का एक वीडियो प्रसारित किया गया। जिसके बाद द वायर के संस्थापक संपादक एमके वेणु और पत्रकार अजय शुक्ला शामिल थे। इस शो के बाद अनिल अंबानी कंपनी के संस्थापक संपादकों सहित अजय शुक्ला के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया।
इससे पहले अक्टूबर में नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (एनडीटीवी) को अहमदाबाद सिटी सिविल कोर्ट से 10 हजार करोड़ रुपये की मानहानि का एक नोटिस मिला था। इसे अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने राफेल कवरजे के संबंध में दाखिल किया गया था। यह केस एनडीटीवी के साप्ताहिक शो 'Truth vs Hype' पर किया गया था जो 29 सितंबर को प्रसारित हुआ था।
I'm happy to be sued by failed businessman Anil Ambani's Reliance Group for Rs 1,000 crore, for truth-telling about Rafale offsets on @thewire_in show with @mkvenu1 and @HappymonJacob. Ambani will learn that real Indians don't get bullied by money power. https://t.co/04cmlsNjzQ
— Ajai Shukla (@ajaishukla) November 28, 2018
10 हजार करोड़ रुपये के मानहानि का नोटिस मिलने के बाद एनडीटीवी का कहना था कि ये अनिल अंबानी समूह द्वारा तथ्यों को दबाने और मीडिया को अपना काम करने से रोकने की जबरन कोशिश है। एनडीटीवी का कहना है कि वो अदालत में पूरे तथ्यों के साथ अपनी बात रखेगा।
एनडीटीवी का कहना है कि रिलायंस के आला अधिकारियों से लगातार और लिखित अनुरोध किया गया कि वे कार्यक्रम में शामिल हों या उस बात पर प्रतिक्रिया दें जिस पर भारत में ही नहीं फ्रांस में भी बड़े पैमाने पर चर्चा हो रही है। लेकिन उन्होंने इसे नजरंदाज किया।