Andhra Pradesh: वाईएस शर्मिला अपने मुख्यमंत्री भाई जगन मोहन की सरकार में नजरबंदी से हुईं खौफजदा, पार्टी कार्यालय में बिताई रात, जानिए पूरा मामला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 22, 2024 09:03 AM2024-02-22T09:03:32+5:302024-02-22T09:07:06+5:30
आंध्र प्रदेश में अचानक बदले राजनीतिक घटनाक्रम में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख वाईएस शर्मिला रेड्डी ने जगन सरकार की नजरबंदी से बचने के लिए विजयवाड़ा स्थित पार्टी कार्यालय में रात बिताई।

एएनआई
विजयवाड़ा:आंध्र प्रदेश में अचानक बदले राजनीतिक घटनाक्रम में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख वाईएस शर्मिला रेड्डी ने जगन सरकार की नजरबंदी से बचने के लिए विजयवाड़ा स्थित पार्टी कार्यालय में रात बिताई।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार वाईएस शर्मिला का यह कदम गुरुवार को उनके नेतृत्व में कांग्रेस के 'चलो सचिवालय' विरोध प्रदर्शन से एक दिन पहले आया है। कांग्रेस ने राज्य सरकार से बेरोजगार युवाओं और छात्रों की समस्याओं का समाधान करने की मांग करते हुए 'चलो सचिवालय' विरोध का आह्वान किया है।
विजयवाड़ा स्थित आंध्र रत्न भवन में मीडिया से बात करते हुए वाईएस शर्मिला ने कहा कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पिछले पांच वर्षों में युवाओं, बेरोजगारों और छात्रों के महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने में पूरी तरह से विफल रहे हैं।
उन्होंने कहा, "अगर हम बेरोजगारों की ओर से विरोध का आह्वान करते हैं, तो क्या वो हमें घर में नजरबंद रखने की कोशिश करेंगे? क्या हमें लोकतंत्र में विरोध करने का अधिकार नहीं है? क्या यह शर्मनाक नहीं है कि एक महिला को गिरफ्तारी से बचने के लिए कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में रात बिताने के लिए मजबूर किया जा रहा है?"
शर्मिला ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "क्या हम आतंकवादी हैं या असामाजिक ताकतें हैं? वे हमें इस तरह से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। इसका मतलब है कि सरकार हमसे डरती है। वे अपनी बात छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। भले ही वे हमें रोकने की कोशिश करें, हमारे कार्यकर्ताओं को रोकें, बेरोजगारों के खिलाफ हमारा संघर्ष नहीं रुकेगा।"
इससे पहले आंध्र प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी और लोकसभा सांसद मनिकम टैगोर ने भी राज्य सरकार की आलोचना की और इसे तानाशाही रवैया बताया।
सांसद मनिकम टैगोर ने कहा, "जगन के अहंकार के खिलाफ और लोकतंत्र को बचाने के लिए खड़ा होना होगा, बेरोजगारों की वकालत करने वालों के खिलाफ लोकतांत्रिक अधिकारों के दमन के लिए जगन की पुलिस के अन्यायपूर्ण व्यवहार की निंदा की जा नी चाहिए। वाईएस शर्मिला और अनगिनत कांग्रेसी लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए जगन सरकार से लड़ रहे हैं।"
इस बीच विजयवाड़ा में आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय के बाहर भारी पुलिस उपस्थिति देखी गई है क्योंकि सचिवालय तक मार्च के कांग्रेस के आह्वान के बाद पुलिस कानून और व्यवस्था को लेकर बेहद गंभीर है।