ममता-चंद्रबाबू की मुलाकात पूरी, 45 मिनट तक चली बातचीत, “महागठबंधन” पर चर्चा
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 20, 2019 07:04 PM2019-05-20T19:04:24+5:302019-05-20T19:04:24+5:30
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने ममता बनर्जी के कोलकाता स्थित निवास पर उनसे मुलाकात की। इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को एग्जिट पोल को ‘‘अटकलें’’ करार देते हुए कहा कि जिलों और सभी निर्वाचन क्षेत्रों से मिली आंतरिक रिपोर्टों के अनुसार इस बार भी उनकी जीत होगी।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं तेदेपा अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने ममता बनर्जी के कोलकाता स्थित निवास पर उनसे मुलाकात की।
टीएमसी के सूत्रों ने कहा कि नायडू, ममता ने 23 मई को लोकसभा चुनावों के नतीजे घोषित होने के बाद “महागठबंधन” के अन्य नेताओं के साथ विस्तार से चर्चा करने का फैसला किया है। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार केंद्र में कांग्रेस के समर्थन के साथ क्षेत्रीय दलों वाली गैर-भाजपाई सरकार बनाने की संभावना पर चर्चा हुई।
इस बीच, तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को एग्जिट पोल को ‘‘अटकलें’’ करार देते हुए कहा कि जिलों और सभी निर्वाचन क्षेत्रों से मिली आंतरिक रिपोर्टों के अनुसार इस बार भी उनकी जीत होगी।
West Bengal: Andhra Pradesh CM & TDP leader N Chandrababu Naidu meets CM & TMC leader Mamata Banerjee in Kolkata. pic.twitter.com/7a1ndgwYwf
— ANI (@ANI) May 20, 2019
एग्जिट पोल के अनुमानों से हैरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल की जीत का आश्वासन जताते हुए कहा कि वह नई सरकार के गठन में प्रमुख भूमिका निभाएगी, जिसके लिए वह विभिन्न विपक्षी दलों के सम्पर्क में हैं। दूसरी ओर, कुछ एग्जिट पोल ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल को 24, भाजपा को 16, कांग्रेस को दो सीटें दी हैं।
West Bengal: Andhra Pradesh CM & TDP leader N Chandrababu Naidu arrives in Kolkata to meet CM & TMC leader Mamata Banerjee. pic.twitter.com/6BflCZqZ94
— ANI (@ANI) May 20, 2019
वहीं वाम मोर्चे के वहां खाता भी नहीं खोल पाने का पूर्वानुमान है। पश्चिम बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटें हैं। उत्तर प्रदेश की 80 और महाराष्ट्र की 48 सीटों के बाद वह सबसे अधिक सीटों वाले राज्यों की सूची में तीसरे नम्बर पर है। एग्जिट पोल में राष्ट्रीय स्तर पर भी नरेन्द्र मोदी के एक बार फिर प्रधानमंत्री की गद्दी संभालने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने रविवार को एग्जिट पोल को ‘‘अटकलें‘‘ करार दिया था। बनर्जी ने कहा था कि वह ऐसे सर्वेक्षणों पर विश्वास नहीं करती क्योंकि यह रणनीति अटकलबाजी के जरिए हजारों ईवीएम को बदलने या उनमें हेरफेर करने के लिए प्रयुक्त होती है।
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने भी सोमवार को एग्जिट पोल को नकारते हुए कहा कि पार्टी एग्जिट पोल की रिपोर्टों को लेकर चिंतित नहीं है, जो कि अधिकतर मामलों में वास्तविकता से मेल नहीं खाते। उन्होंने कहा, ‘‘ हमें आंतरिक रिपोर्ट मिली है। हमें जिलों और हर निर्वाचन क्षेत्र से रिपोर्ट मिली हैं और वे स्पष्ट रूप से कहती हैं कि दूसरी बार भी हमारी जीत होगी।’’
तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर कहा, ‘‘ हम चुनाव के बाद के परिदृश्य को लेकर सपा, बसपा, कांग्रेस, तेदेपा, आप सहित कई विपक्षी दलों के साथ सम्पर्क में हैं। हमारे आकलन के अनुसार विपक्षी दल की सरकार सत्ता में आएगी। भाजपा के सत्ता में वापस आने की कोई संभावना नहीं है।’’
नायडू पिछले कई दिनों से क्षेत्रीय और विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं। वहीं भाजपा नेतृत्व तृणमूल के भाजपा विरोधी गठबंधन बनाने के प्रयास की खिल्ली उड़ाता दिखा।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘‘ एग्जिट पोल और लोगों के मिजाज के अनुसार, तृणमूल लड़ाई हार गई है। लेकिन लगता है कि ममता बनर्जी के प्रधानंमत्री बनने का सपना छोड़ना अभी बाकी है। तथ्य यह है कि उन्हें सपने देखना बंद कर देना चाहिए क्योंकि बंगाल में तृणमूल सरकार के गिने चुने दिन बचे हैं।’’