आंध्र-ओडिशा सीमा विवाद चर्चा के जरिये सुलझाया जा सकता है: आंध्र प्रदेश विधानपरिषद सभापति

By भाषा | Updated: February 9, 2021 00:10 IST2021-02-09T00:10:24+5:302021-02-09T00:10:24+5:30

Andhra-Odisha border dispute can be resolved through discussion: Andhra Pradesh Legislative Council Chairman | आंध्र-ओडिशा सीमा विवाद चर्चा के जरिये सुलझाया जा सकता है: आंध्र प्रदेश विधानपरिषद सभापति

आंध्र-ओडिशा सीमा विवाद चर्चा के जरिये सुलझाया जा सकता है: आंध्र प्रदेश विधानपरिषद सभापति

भुवनेश्वर, आठ फरवरी आंध प्रदेश के विधान परिषद के सभापति मोहम्मद अहमद शरीफ ने सोमवार को कहा कि आंध प्रदेश और ओडिशा के बीच सीमा मुद्दे का समाधान दोनों राज्यों की सरकारों के बीच चर्चा से सुलझ सकता है। शरीफ का यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद दक्षिणी राज्य द्वारा इस क्षेत्र के कुछ गांवों में ग्राम चुनाव कराने के निर्णय से बढ़ गया है।

आंध्र प्रदेश विधान परिषद के सभापति मोहम्मद अहमद शरीफ रायगडा, गजपति, मलकानगिरि, नबरंगपुर, गंजाम और कोरापुट जिलों के सीमावर्ती गांवों में भाषा आधारित शिक्षा को लेकर ओडिशा सरकार के साथ एक बैठक करने के लिए एक टीम के साथ यहां आये थे।

शरीफ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत में दो राज्यों के बीच किसी भी विवाद को चर्चा के माध्यम से सुलझाया जा सकता है। मैं ओडिशा सरकार द्वारा व्यक्त की गई चिंता पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को अवगत कराऊंगा।’’

बैठक में भाग लेने वाले ओडिशा के स्कूल एवं शिक्षा मंत्री एस आर दास ने कहा कि सीमा विवाद बैठक के एजेंडे में नहीं था, ‘‘लेकिन मैंने आगंतुकों को ओडिशा के अधिकार क्षेत्र के गांवों में ग्राम चुनाव कराने के आंध्र प्रदेश सरकार के प्रयास से अवगत कराया।’’

दास ने आदिवासी कोरापुट जिले के पोटांगी ब्लॉक के कोटिया पंचायत में आंध्र प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल के साथ अधिकार क्षेत्र के विवाद के बारे में बात की।

उन्होंने दावा किया कि कोटिया क्षेत्र के लोगों को आंध प्रदेश सरकार कई तरह की पेशकश कर उस राज्य के पंचायत चुनावों में भाग लेने के लिए बहला- फुसला रही है। दास ने कहा कि उन्होंने प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से व्यक्तिगत रूप से इस राज्य से इस मुद्दे को हल करने की अपील की।

एक अधिकारी ने कहा कि बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई कि ओडिशा के सीमावर्ती जिलों में लगभग 80 लाख तेलुगु भाषी रहते हैं और उनमें शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए गए हैं, लेकिन तकनीकी दिक्कत के कारण भाषा शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की जा सकी है।

बैठक में यह भी बताया गया कि इसी तरह आंध्र प्रदेश में श्रीकाकुलम और विजयनगरम में कई ओड़ियभाषी रहते हैं। आंध्र प्रदेश में लगभग 4,000 ओडियाभाषी बच्चे पढ़ते हैं, जहां वे स्कूलों में ऐसी ही स्थितियों का सामना करते हैं। आंध्र प्रदेश में कुल 230 ओडिया स्कूल हैं जहां 130 ओड़िया शिक्षकों की नियुक्ति होनी बाकी है।

शरीफ ने दास को आश्वासन दिया कि आंध्र सरकार उनके राज्य में ओड़ियाभाषी छात्रों की देखभाल करेगी।

इस बीच, ओडिशा भाजपा के उपाध्यक्ष बलभद्र माझी ने कोटिया ग्राम पंचायत में लोगों को आंध्र प्रदेश के पक्ष में कथित रूप से किये जाने के लिए ओडिशा सरकार को दोषी ठहराया।

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Web Title: Andhra-Odisha border dispute can be resolved through discussion: Andhra Pradesh Legislative Council Chairman

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