अमरावती हिंसा महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने की साजिश : संजय राउत

By भाषा | Updated: November 13, 2021 18:12 IST2021-11-13T18:12:36+5:302021-11-13T18:12:36+5:30

Amravati violence a conspiracy to destabilize Maharashtra government: Sanjay Raut | अमरावती हिंसा महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने की साजिश : संजय राउत

अमरावती हिंसा महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने की साजिश : संजय राउत

औरंगाबाद (महाराष्ट्र), 13 नवंबर शिवसेना सांसद संजय राउत ने विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के अमरावती और अन्य जगहों पर हिंसा का उद्देश्य महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को अस्थिर करना है।

अमरावती में शनिवार सुबह कथित रूप से भाजपा द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान भीड़ ने पथराव किया और दुकानों में तोड़फोड़ की।

इस घटना को लेकर राउत ने यहां पत्रकारों से कहा कि राज्य सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी और हिंसा के साजिशकर्ताओं के चेहरे जल्द बेनकाब किए जाएंगे।

त्रिपुरा में कथित सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों में मुस्लिम संगठनों द्वारा आयोजित रैलियों के दौरान शुक्रवार को हुईं पथराव की घटनाओं के खिलाफ आयोजित बंद के दौरान शनिवार को हिंसा हुई।

बाद में, पुलिस ने अमरावती शहर में कर्फ्यू लगा दिया।

राउत ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में जो हिंसा हो रही है, उसका उद्देश्य एमवीए सरकार को अस्थिर करना है। हिंसा को बढ़ावा देते हुए वे (विपक्ष) राज्यपाल से मिलेंगे और केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर दावा करेंगे कि महाराष्ट्र में (कानून और व्यवस्था की) स्थिति बिगड़ रही है। भविष्य में भी ऐसा होगा। लेकिन, राज्य सरकार इससे कड़ाई से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है।’’

शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस राज्य की एमवीए सरकार में शामिल घटक दल हैं।

राउत ने कहा कि इस हिंसा के पीछे के ‘‘असली चेहरे’’ राज्य के गृह विभाग की जांच में बेनकाब होंगे।

त्रिपुरा में हुई कथित सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में शुक्रवार को महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में मुस्लिम संगठनों ने रैलियां निकाली थीं जिनमें पथराव की घटनाएं हुईं।

अमरावती, नांदेड़, मालेगांव, वाशिम और यवतमाल जिलों से इस तरह की घटनाओं की खबर मिली।

राउत ने दावा किया कि बढ़ती महंगाई के मुद्दे से लोगों का ध्यान हटाने के लिए हिंसा की जा रही है।

राज्यसभा सदस्य ने आवश्यक वस्तुओं और ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ ने शिवसैनिकों के मार्च का नेतृत्व किया।

उन्होंने कहा कि लोग अब माचिस की डिब्बी साझा करने से भी डर रहे हैं, जिसकी कीमत 50 पैसे से बढ़कर दो रुपये हो गई है।

राउत ने कहा, "जब हम बढ़ती कीमतों के बारे में बात करते हैं, तो (केंद्र में) सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान, चीन, हिंदुत्व और अन्य मुद्दों पर बात करती है।"

लोगों को राहत देने के लिए राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर कर में कटौती की भाजपा की मांग के बीच राउत ने कहा कि कीमतों में वृद्धि एक राष्ट्रीय मुद्दा है क्योंकि तेल कंपनियां राज्य सरकार के स्वामित्व में नहीं हैं।

राउत ने केंद्र सरकार को ‘‘निजामशाही’’ करार देते हुए कहा, ‘‘भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने पूर्व में एलपीजी सिलेंडर हाथ में लेकर कीमतों में बढ़ोतरी का विरोध किया था। उन्हें औरंगाबाद आना चाहिए। हम उन्हें प्रदर्शन करने के लिए 50 खाली सिलेंडर देंगे।’’

उन्होंने दोहराया कि केंद्र सरकार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), आयकर विभाग आदि जैसी केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से राज्य सरकार के लिए बाधाएं पैदा करने की कोशिश कर रही है।

इस बीच, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद इम्तियाज जलील ने अमरावती में हुई हिंसा की निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं त्रिपुरा व महाराष्ट्र में हुई हिंसा की निंदा करता हूं। मैं राज्य के उन नेताओं से सवाल करना चाहता हूं जो मुसलमानों के वोट लेकर सत्ता में आए और उन्होंने त्रिपुरा में हिंसा की निंदा क्यों नहीं की? यदि महाराष्ट्र में किसी राजनीतिक दल की ओर से यह ‘जैसे को तैसा’ जवाब है, तो यह गैरजिम्मेदाराना व्यवहार है।

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Web Title: Amravati violence a conspiracy to destabilize Maharashtra government: Sanjay Raut

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