बीजेपी अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह ने केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को फोन करके इस बात की नसीहत दी है कि वो अपने बयानबाजी पर कंट्रोल करें। ऐसी शिकायत दोबारा नहीं आनी चाहिए। गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी पर तंज कसते हुए ट्वीट किया है। जिसके बाद अमित शाह ने उन्हें ऐसी शिकायत ना आने की सलाह दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बीजेपी संसदीय दल की बैठक में सांसदों को हिदायत दी थी कि वो मतभेदों में ना पड़े।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी गिरिराज सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह (गिरिराज सिंह) यह सब इसलिए करते हैं ताकि खबरों में बने रहे। यही नहीं, जेडीयू के नेताओं ने गिरिराज सिंह के खिलाफ बीजेपी से कार्रवाई करने की मांग भी की थी।
गिरिराज ने क्या किया था ट्वीट
गिरिराज सिंह ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया था, 'कितनी खूबसूरत तस्वीर होती जब इतनी ही चाहत से नवरात्रि पर फलाहार का आयोजन करते और सुंदर फोटो आते। अपने कर्म धर्म में हम पिछड़ क्यों जाते और दिखावे में आगे क्यों रहते हैं।'
गिरिराज के इस तंज पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, 'उनकी इतनी हैसियत ही नहीं है कि वह हमारे नेता नीतीश कुमार को कोई नसीहत दें।' अशोक चौधरी ने कहा है कि यह वही गिरिराज सिंह हैं, जो चुनाव के वक्त नीतीश जी को 10 बार फोन करते थे और अपने पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए आग्रह किया करते थे।'
गिरिराज सिंह ट्वीट पर जदयू नेता व मंत्री श्याम रजक ने जुबानी हमला करते हुए कहा कि गिरिराज सिंह केंद्रीय मंत्री बनाये गए हैं, वे अपनाकाम करें। काम करने के बदले बयान देकर चेहरा ना चमकाएं। सुशील मोदी भी करते हैं इफ्तार का आयोजन।