"अमित शाह ने मुझसे कहा है कि मारे गये दोनों मणिपुरी युवकों के हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा", मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 28, 2023 07:24 AM2023-09-28T07:24:29+5:302023-09-28T07:36:40+5:30
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बीते बुधवार को कहा कि 6 जुलाई को लापता होने के बाद जिन दो छात्रों की हत्याएं हुई हैं, उनके दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा।
इंफाल:मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बीते बुधवार को कहा कि 6 जुलाई को लापता होने के बाद जिन दो छात्रों की हत्याएं हुई हैं, उनके दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। इस बीच राज्य के हालात एक बार फिर काफी तनावपूर्ण हो गये हैं और उग्र भीड़ ने थौबल जिले में बीजेपी कार्यालय को आग लगा दी है।
राज्य के ताजा हालात के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि दो युवकों की हत्या के संबंध में उनकी बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई है और उन्हें आश्वासन दिया है कि अपहरण के बाद जिन दो युवकों की हत्या हुई है, उनके दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
इस बीच केंद्रीय जांच एजेंसी के विशेष निदेशक अजय भटनागर के नेतृत्व में सीबीआई अधिकारियों की एक टीम मणिपुर पहुंच गई है और उस अपराध की जांच शुरू कर दी है। जिसके कारण इम्फाल के हालात बेहद तनावपूर्ण हो गये हैं। युवकों की हत्या के कारण राजधानी की सड़कों पर छात्रों और युवाओं ने दो दिनों तक हिंसक विरोध प्रदर्शन किया था। जिससे 60 से अधिक लोग घायल हो गए।
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "केंद्र और राज्य सरकारें इस मामले को लेकर बहुत गंभीर हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी ने कल शाम मुझे फोन किया और बताया कि वह इस विशेष मामले की जांच के लिए विशेष उड़ान से सीबीआई टीम भेज रहे हैं।"
शाह ने बीरेन सिंह के साथ हुई वार्ता में कहा कि युवकों की हत्या के संबंध मं किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा,"सीबीआई की टीम इंफाल में पहुंच चुकी है और उसने अपनी जांच शुरू कर दी है।"
मालूम हो कि बीते 6 जुलाई को दो युवकों के लापता होने के बाद उनके शव मिलने से राज्य की राजधानी इंफाल में हालात काफी तनावपूर्ण हैं, राज्य सरकार ने 28 अगस्त को इस मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया है। सीएम बीरेन सिंह ने बीते मंगलवार को घोषणा की थी कि दोनों युवकों के अपहरण और हत्या की जांच के लिए सीबीआई अधिकारी बुधवार को इंफाल पहुंचेंगे।
दोनों युवकों के शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिसके बाद मंगलवार से ही छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और स्थिति बेहद तनावपूर्ण है।
बीरेन सिंह ने कहा, "अगर सुरक्षा बलों की ओर से घातक गोलीबारी की गई है तो सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। अगर हमारे बच्चों के साथ सुरक्षा बलों मे अनुचित व्यवहार किया होगा तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।"
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि उन्हें जानकारी है कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों में शामिल शरारती तत्वों ने सुरक्षा बलों पर लोहे री वस्तुएं सुरक्षा बलों पर फेंकी गई हैं, जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंदोलन शांतिपूर्ण होना चाहिए और इसे राज्यपाल और मुख्यमंत्री के कार्यालयों के अति संवेदनशील क्षेत्रों में नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि असली मुद्दा राज्य और उसके मूल लोगों को "अवैध अप्रवासियों और ड्रग माफिया" से बचाना है। इस बीच सूबे के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इंफाल पूर्वी जिले में बुधवार शाम चार बजे से अगले आदेश तक कर्फ्यू में ढील रद्द कर दी गई है।
3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें शुरू होने के बाद से अब तक 175 से अधिक लोग मारे गए हैं और कई सैकड़ों घायल हुए हैं।