आर्टिकल 370 की वजह से जम्मू-कश्मीर में अब तक मरे 41,894 लोग: अमित शाह
By धीरज पाल | Published: August 5, 2019 06:35 PM2019-08-05T18:35:32+5:302019-08-05T18:38:10+5:30
गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने संबंधी एक संकल्प पर हुयी चर्चा के जवाब में यह टिप्पणी की। संकल्प में जम्मू कश्मीर राज्य के पुनगर्ठन और जम्मू एवं कश्मीर तथा लद्दाख को दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित करने का प्रस्ताव किया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार (05 अगस्त) राज्य सभा में जम्मू एवं कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 और आर्टिकल 370 हटाये जाने का विधेयक पेश किया। इस विधेयक पर चले दिनभर में चर्चा के बाद अमित शाह ने विपक्ष द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दिया। साथ ही साथ करारा हमला बोला। इसके साथ ही शाह ने घाटी में धारा 370 की खामियां गिनाया।
गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद का मूल कारण अनुच्छेद 370 है और इसने राज्य को तबाह कर दिया। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के कारण आज तक 41,894 लोग मारे गए।
गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने संबंधी एक संकल्प पर हुयी चर्चा के जवाब में यह टिप्पणी की। संकल्प में जम्मू कश्मीर राज्य के पुनगर्ठन और जम्मू एवं कश्मीर तथा लद्दाख को दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित करने का प्रस्ताव किया गया है। शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 ने जम्मू कश्मीर, घाटी और लद्दाख का भारी नुकसान किया। तीन परिवारों ने जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र को समृद्ध नहीं होने दिया।
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 ने जम्मू कश्मीर को तबाह कर दिया और यह राज्य में गरीबी के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि अगर जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 नहीं होता तो घाटी में 41,000 से अधिक लोग अपनी जान नहीं गंवाते। शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35ए की वजह से जमीन खरीदने पर रोक लगने के कारण जम्मू कश्मीर में पर्यटन का विकास नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण जम्मू कश्मीर में भ्रष्टाचार बढ़ा, फला-फूला, गरीबी घर करती गई, वहां के लोगों को आरोग्य की सुविधा नहीं मिली, वहां पर विकास नहीं हुआ, वहां बेहतर शिक्षा भी नहीं है। शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35ए की वजह से जम्मू कश्मीर में कोई उद्योग स्थापित नहीं हो सकता, अनुच्छेद 370 और 35ए की वजह से घाटी को कोई लाभ नहीं होगा।
उन्होंने राज्य सभा में जवाब देते हुए कहा कि मैं आज सदन के सामने जम्मू कश्मीर को लेकर ऐतिहासिक संकल्प और बिल लेकर उपस्थित हुआ हूं। मैं सदन के सामने स्पष्ट करना चाहता हूं कि जम्मू कश्मीर में एक लंबे रक्तपात भरे युग का अंत धारा 370 हटने के बाद होने जा रहा है। धारा 370 ने जम्मू कश्मीर, लद्दाख और घाटी के लोगों का बहुत नुकसान किया है।
(पीटीआई भाषा एजेंसी से इनपुट)