लोकसभा में असदुद्दीन ओवैसी को अमित शाह ने दिया जवाब, '370 हटाना ऐतिहासिक भूल नहीं ऐतिहासिक भूल का सुधार है'
By धीरज पाल | Updated: August 6, 2019 20:15 IST2019-08-06T20:13:45+5:302019-08-06T20:15:42+5:30
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को रद्द करने का प्रस्ताव लोकसभा में पारित हो गया है। पक्ष में 351 वोट पड़े जबकि विरोध में 72 वोट पड़े।

लोकसभा में असदुद्दीन ओवैसी को अमित शाह ने दिया जवाब, '370 हटाना ऐतिहासिक भूल नहीं ऐतिहासिक भूल का सुधार है'
लोकसभा में मंगलवार (06 अगस्त) जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को पारित हो गया। इसके पक्ष में 366 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में 66 वोट पड़े हैं। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने प्रश्न काल में पूछे गए सवालों का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के भी उन सवालों का जवाब दिया।
अमित शाह ने कहा कि ओवैसी साहब ने कहा कि इसे लागू कर के ऐतिहासिक भूल करने जा रहे। बता दें हम ऐतिहासिक भूल करने नहीं जा रहे ऐतिहासिक भूल को सुधारने जा रहे हैं।
प्रश्नकाल में लोकसभा में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं बिल का विरोध करने के लिए खड़ा हुआ हूं। यह इतिहास की तीसरी बड़ी गलती है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में चुनावी वादे पर कायम रही, लेकिन आप अपने संवैधानिक कर्तव्यों पर खरे नहीं उतरे हैं। यह विधेयक आर्टिकल 370 का उल्लंघन करता है और संघीय ढांचे पर करारा प्रहार है।
इस दौरान ओवैसी ने अमित शाह से पूछा कि हिमाचल प्रदेश में खेती के लिए जमीन कब से खरीद सकूंगा। उन्होंने कहा कि कश्मीर की जनता अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए लंबे वक्त से लड़ रहे हैं। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देनेवाला आर्टिकल 370 को हटाने की पेशकश की है। आज (6 अगस्त) को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल लोकसभा में पेश हुआ।
लद्दाख को दो केन्द्र शासित क्षेत्र बनाने संबंधी सरकार के दो संकल्पों को मंजूरी दे दी थी। पांच अगस्त को राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को पास कर दिया गया। बिल के पक्ष में 125 वोट और 61 विपक्ष में वोट पड़े थे।