इस वक्त BJP के लिए सबसे बड़े जोखिम अमित मालवीय हैं?
By खबरीलाल जनार्दन | Published: March 28, 2018 07:43 AM2018-03-28T07:43:28+5:302018-03-28T13:28:55+5:30
चुनाव आयोग की तारीखों के लेकर हुए विवाद से पहले भी बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय पार्टी की किरकिरी करा चुके हैं।
कनार्टक विधानसभा चुनाव 2018 चुनाव तारीखों को चुनाव आयोग से पहले घोषणा कर के विवादों में आए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय का इस तरह विवादों में आना फिर से पार्टी के लिए अशुभ संकेत है। क्योंकि जब-जब अमित मालवीय ने इस तरह का विवाद खड़ा किया है, उससे बीजेपी को नुकसान ही हुआ है।
उनकी इस हरकत के लिए चुनाव आयोग ने जांच के आदेश दे दिए हैं। टीवी चैनलों में बीजेपी प्रवक्ताओं को अमित मालवीय के किए पर सफाई देनी पड़ रही है। लेकिन बीजेपी की चिंता यह नहीं है। बीजेपी की चिंता यह है कि एक तरफ किसी तरह सिद्धारमैया करारे मास्टरस्ट्रोकों से उबरने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरशैव लिंगायत स्वामी, धर्म गुरुओं के हाथ-पांव जोड़ रहे हैं। नतमस्तक होकर किसी तरह उन्हें पक्ष में करने की जुगत कर रहे हैं, तो दूसरी अमित मालवीय ने फिर से वैसा ही कारनामा कर दिया जैसा उन्होंने पंजाब और गुजरात के संबंध में किया था।
- अमित ने बीते साल पंजाब में हुए विधानसभा चुनावों को लेकर एक ट्वीट किया था, 'हताश कांग्रेसियों को डेरा सच्चा सौदा के गुरुमीत राम रहीम की गोंद में बैठ जाना चाहिए। ऐसा इन्होंने ऐसा 2017 में ही नहीं किया 2012 में भी यही किया था।' साथ में एक खबर का स्क्रीनशॉट शेयर किया था जिसमें यह लिखा था डेरा पंजाब में कांग्रेस का समर्थन करेगी।
- इसके बाद उन्होंने साल 2012 की एक खबर का स्क्रीनशॉट लगाते हुए लिखा, कैप्टन अमरिंदर सिंह हाथ जोड़कर राम रहीम के समर्थकों के आगे नतमस्तक हो गए। क्या राहुल गांधी को राम रहीम के रेप मामलों की जानकारी नहीं है।
In 2007, a desperate Congress went and sat in Gurmeet Ram Rahim's lap.. And it wasn't the first time, they did it in 2012 and 2017 too.. pic.twitter.com/m6sKu3nZsI
— Amit Malviya (@malviyamit) August 28, 2017
ये दोनों ही जानकारियां उन्होंने प्रतिद्वंदी पार्टी को कमजोर करने करने के लिए सोशल मीडिया में शेयर कीं लेकिन कुल्हाड़ी उनके अपने पांव पर ही लग गई। बीजेपी आईटी सेल इंचार्ज की इन तस्वीरों के शेयर करते ही सोशल मीडिया में एक के बाद एक बड़े बीजेपी नेताओं को गुरुमीत राम रहीम के सामने हाथ जोड़ती तस्वीरें वायरल हो गईं। खुद बीजेपी को हरियाणा चुनाव में डेरा का समर्थन प्राप्त था। ऐसे में अमित को लेनी की देनी पड़ गई थी।
अमित को जवाब में ऐसी तस्वीरें भेजी जा रही थीं-
Congress leaders... with RamRahim... again & again they sat in the lap of RamRahim.... 😉😉😉😉 pic.twitter.com/cCF9TldMrf
— ~ सौरभ .... (@Saurabh_jain_9) August 29, 2017
पार्टी की सबसे ज्यादा किरकिरी अमित ने नेहरू की तुलना हार्दिक कर के कराई थी
गुजरात चुनावों के ऐन पहले पाटीदार पटेलों के धाकड़ नेता के तौर पर उभरे हार्दिक पटेल की कई सेक्स सीडियां आईं। इससे उनकी छवि धूमिल करने की पुरजोर कोशिशें की गईं। इसी बीच जब उनके कांग्रेस के साथ देने की खबरें आने शुरू हुईं तो अमित मालवीय ने एक ट्वीट किया। हालांकि अपनी और पार्टी की भारी किरकिरी के बाद उन्होंने अपने अकाउंट से यह ट्वीट हटा दिया।
- हार्दिक की सेक्स सीडी आने के दौर में ही अमित मालवीय ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की एक कोलाज वाली तस्वीर शेयर की। इसमें वह अलग-अलग महिलाओं के साथ दिख रहे थे। ज्यादातर तस्वीरों में महिलाएं उनके करीब दिख रही थीं। इस कोलाज वाली तस्वीर के साथ अमित मालवीय ने लिखा- इन तस्वीरों से लगता है हार्दिक में नेहरू का डीएनए ज्यादा है।
लेकिन वे यहां भूल गए कि जिन तस्वीरों से वे कोलाज बना रहे थे उनमें दो तस्वीरें नेहरू की उनकी बहन विजय लक्ष्मी पंडित के साथ की भी थीं। उन्होंने तस्वीरों को नेहरू को अय्याश ठहराने की प्रवृति से सोशल मीडिया में बांटी। साथ ही यह जताने की कोशिश में कि हार्दिक भी इसी श्रेणी के नेता हैं, फिर से उन्होंने कुल्हाड़ी उठाकर अपने पांव पर मार ली।
उन्होंने अपने ट्वीट कांग्रेसी नेता का उल्लेख भी किया था, "शक्ति सिंह गोहिल को इतिहास पढ़ना चाहिए, तब उन्हें पता चलेगा कि हार्दिक में नेहरू का डीएनए ज्यादा है।" और जिन तस्वीरों के कोलाज का इस्तेमाल किया था, उनमें दो तस्वीरें उनकी अपनी सगी बहन की थीं। नेहरू और विजय लक्ष्मी पंडित की ये तस्वीर नेहरू की 1949 की अमरीका यात्रा की थीं। तब होमाई व्यारावाला की ये तस्वीर बहुत चर्चा में भी आईं थीं। कांग्रेसी नेता शक्ति सिंह गोहिल ने अपने जवाब में लिखा था कि अब किसी की बहन और बेटी की तस्वीरों का सहारा लेकर जनता को सूचनाएं बांटी जाएंगी। हमारे संस्कार में ऐसा नहीं है।
इस ट्वीट के बाद अमित की भारी किरकिरी हुई। इसमें खास बात यह रही कि बीजेपी के आईटी सेल के इंचार्ज किसी की भाई-बहन की तस्वीर को ऐसी नीयत से कैसे देख सकता है। जिन तस्वीरों का जिक्र उन्होंने किया था वे कोई दुर्लभ या अनदेखी नहीं थीं। दोनों ही तस्वीरें महिला फोटो पत्रकारों में शुमार होमाई व्यारावाला की थीं। और दोनों ही तस्वीरें बेहद चर्चित तस्वीरें थीं। इनके ऐसे इस्तेमाल पर हुई किरकिरी के बाद उन्होंने ट्वीट हटाया और लिखा- कुछ कांग्रेसियों की प्रार्थना पर मैंने ट्वीट डिलीट किया। हमने कवल फोटो में उस ट्वीट की एक झलक लगाई है।
Some folks from Congress requested that I delete the tweet on Nehru, which quotes his Private Secretary of 13 years. I will oblige but let the likes of @shaktisinhgohil not denigrate tall leaders for petty politics. People have had enough of it...
— Amit Malviya (@malviyamit) November 16, 2017
Feeling sorry for sisters & daughters of those who can stoop2 this level of public discourse.
— Shaktisinh Gohil (@shaktisinhgohil) November 15, 2017
my sanskaar does not permit me to counter this https://t.co/Sbg2x5Uk4S
अमित की पूरा बैकग्राउंड, उनकी पढ़ाई लिखाई, उनके शुरुआती कामों आदि के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें।
चुनाव आयोग से पहले ही मतदान की तारीख बता देने के मामले में अमित मालवीय ने अपनी सफाई मेंं कहा कि उन्होंने टीवी चैनल टाइम्स नाउ देखकर ट्वीट किया था। अब ये चुनावा आयोग की जाँच का विषय है कि किसने कैसे इस गोपनीय सूचना को लीक किया।