Rahul Gandhi's suspension: राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द किए जाने के बाद कांग्रेस नेता के समर्थन में ट्वीट करने को लेकर भारतीय-अमेरिकी राजनेता रो खन्ना को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया। फिल्ममेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने तो उनके दादा का जिक्र करते हुए कहा कि हमेशा फासीवादी फैसलों के लिए खड़े रहे?
अब रो खन्ना ने इसपर प्रतिक्रिया दी है। रो खन्ना ने कहा- "लोगों को मेरे दादाजी को बदनाम करते देखना दुखद है, जिन्होंने लाला लाजपत राय के लिए काम किया, सन 1931-32 और 1942-45 में जेल में रहे और आपातकाल के विरोध में संसद छोड़ने के बाद इंदिरा गांधी को दो पत्र लिखे थे। मुझ पर हमला कीजिए भारत के स्वतंत्रता सेनानियों पर हमला मत कीजिए। तथ्य मायने रखते हैं।"
गौरतलब है कि राहुल गांधी के गुरुवार मोदी सरनेम मानहानि मामले में संसद की सदस्यता गंवाने के बाद रो खन्ना ने कहा था कि 'उन्हें संसद से निकाला जाना भारत के मूल्यों से विश्वासघात है। यह वह नहीं है जिसके लिए मेरे दादाजी ने वर्षों तक जेल में बलिदान दिया था। नरेंद्र मोदी जी आपके पास भारतीय लोकतंत्र की खातिर इस फैसले को पलटने की शक्ति है।'
रो खन्ना के इस ट्वीट के बाद उनकी सोशल मीडिया पर कइयों ने आलोचना की। फिल्ममेकर विवेक रंजन ने भी रो खन्ना को उनके दादा जी का आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी का समर्थन करने का दावा करते हुए ट्रोल किया। अग्निहोत्री ने लिखा- क्या ये आपके दादा नहीं थे जिन्होंने आपातकाल पर इंदिरा गांधी का समर्थन किया था? क्या हमेशा से ही फासीवादी फैसलों का समर्थन करते रहे हैं?
कौन हैं रो खन्ना?
रो खन्ना भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद हैं। वे हाउस ऑफ रिप्रजेंटिव के सदस्य हैं। उनके दादा अमरनाथ विद्यालंकार भारत की पहली लोकसभा के सांसद थे। बाद में वे दो और बार सांसद रहे।