Amazon पर बिक रहे पायदान में बना है स्वर्ण मंदिर, DSGMC ने जताई आपत्ति भेजा नोटिस
By मेघना वर्मा | Published: December 20, 2018 11:40 AM2018-12-20T11:40:04+5:302018-12-20T11:40:04+5:30
स्वर्ण मंदिर बनाकर पायदान बेचे जाने की इस घटना से पूरे सिख समुदाय और डीएसजीएसमी आपत्ती जता रहा है।
इंडिया के बड़े ऑनलाइन शॉपिंग ब्रांड Amazon पर एक पायदान बिक रहा है। इस पायदान के ऊपर अमृतसर का स्वर्ण मंदिर बना है। इसके चलते दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की तरफ से बुधवार को रिटेल कंपनी अमेजॉन को कानूनी नोटिस भेजा है। ऐसा पहली बार नहीं है कि डीएसजीएमसी ने पहली बार रिटेल कंपनी को नोटिस भेजा है इससे पहले भी कई मामलों में नोटिस भेज चुका है। इस मामले पर पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने भी नाराजगी जताई है।
इस नोटिस में कहा गया कि 24 घंटे के भीतर इन उत्पादों की बिक्री पर रोका जाए और धार्मिक भावनाएं आहत करने के लिए सिख संगत से माफी मागने को कहा गया है। आपको बता दें कि डीएसजीएमसी के कार्यकारी अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका और सचिव मनजिदंर सिंह सिरसा की तरफ से यह नोटिस जारी की गई थी।
400 साल पहले हुआ था निर्माण
जारी किए गए नोटिस को तत्काल प्रभाव से कनाडा एमेजॉन के मुख्यालय भेज दिया गया है। कानूनी सेल के प्रमुख जसविंदर सिंह ने कहा कि स्वर्ण मंदिर का निर्माण 400 साल पहले सिख गुरुओं की तरफ से किया गया था जो पूरे सिख समुदाय के लिए आस्था का मुख्य केंद्र है। पूरे सिख समुदाय के लिए आस्था का मुख्य केंद्र है।
वहीं वकील मनप्रीत कौर ने कहा कि किसी भी व्यापार में या उत्पाद में बिक्री के लिए इस तस्वीर का प्रयोन नहीं किया जा सकता। स्वर्ण मंदिर बनाकर पायदान बेचे जाने की इस घटना से पूरे सिख समुदाय और डीएसजीएसमी आपत्ती जता रहा है। उन्होंने कहा है कि अगर नोटिस के बाद इसकी बिक्री पर रोक नहीं लगाया गया तो कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
डीएसजीएमसी के कानून सेल के प्रमुख जसविंदर सिंह जौली ने इस मामले पर कनाडा के सिख मंत्रियों व सांसदों से संज्ञान लेने की भी अपील की है। वहीं सिख संगठन ने कहा है की पायदान पर स्वर्म मंदिर की तस्वीर होना अपमानजनक है। अपने एख बयान में कहा गया कि कुछ विक्रता अमेजन पर स्वर्ण मंदिर की तस्वीर के साथ पायदान और कालीन और टॉयलेट सीट कवर तक बेच रहे हैं।
सिख कोएलिशन के सिम सिंह ने पत्र में कहा है, '' हमें पता चला है कि कई विक्रेता आपके प्लेटफॉर्म पर ऐसी उत्पाद पोस्ट डाल रहे हैं जिन पर स्वर्ण मंदिर की और पूरब की संस्कृति की आध्यात्मिक छवियां हैं।'' उन्होंने कहा की किसी की भी धार्मिक भावना आहत करना जुर्म है।