अमरनाथ यात्रा: जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद होने के कारण भड़के उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती ने राज्यपाल को कोसा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 8, 2019 11:39 AM2019-07-08T11:39:20+5:302019-07-08T11:39:20+5:30
महबूबा मुफ़्ती ने कहा, "अमरनाथ यात्रा कश्मीरियों के लिए भाईचारे का प्रतीक है लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब स्थानीय लोग चिढ़े हुए हैं. हाईवे का इस्तेमाल वो आपात स्थिति में भी नहीं कर पा रहे हैं. उन्हें जबरदस्ती अमरनाथ यात्रियों के गुजरने तक रोक कर रखा जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अमरनाथ यात्रा के दौरान जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद करने का फैसला लिया था. अब उनके इस फैसले पर फारुख अब्दुल्ला के बेटे उमर अब्दुल्ला भड़क गए हैं.
उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि बीते 30 साल में ऐसा पहली बार हो रहा है जब अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के लिए जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद कर दिया गया है. उन्होंने आगे लिखा कि यह राज्यपाल सतपाल मलिक के सुस्त प्रशासन की पराकाष्ठा है.
It’s not that we are unconcerned about yatri security, far from it. It’s that the administration of Governor Malik is the only administration in 30 years that has required the closure of the highway/railway line to protect yatris & that’s the height of incompetence & laziness. https://t.co/2fRERzBbmZ
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 7, 2019
राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने मीडिया से कहा कि इस बार अमरनाथ यात्रा के कारण कश्मीर के लोगों के जीवन-यापन पर असर पड़ रहा है. उन्होंने भी यही बात दोहराई कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि अमरनाथ यात्रा के दौरान जम्मू-श्रीनगर हाईवे को बंद कर दिया गया है. यह बयान उन्होंने 7 जुलाई को मीडिया को दिया था.
महबूबा ने कहा, "अमरनाथ यात्रा कश्मीरियों के लिए भाईचारे का प्रतीक है लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब स्थानीय लोग चिढ़े हुए हैं. हाईवे का इस्तेमाल वो आपात स्थिति में भी नहीं कर पा रहे हैं. उन्हें जबरदस्ती अमरनाथ यात्रियों के गुजरने तक रोक कर रखा जा रहा है. सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा कश्मीरी लोगों के खिलाफ ज्यादती की जा रही है और गवर्नर को इसमें हस्तक्षेप करने की जरूरत है.
46 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हुई है और यह 15 अगस्त रक्षाबंधन तक चलेगी. यात्रा शुरू होने के बाद अभी तक लगभग 20 हजार लोगों ने पवित्र गुफा के दर्शन किए हैं.