अमरनाथ यात्रा के लिए सभी तैयारियां अंतिम चरण में, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम...प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए भी एजेंसियां तैयार
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: June 26, 2023 13:54 IST2023-06-26T13:53:15+5:302023-06-26T13:54:23+5:30
अमरनाथ यात्रा शुरू होने में चार दिनों का समय बचा है और इस बार यात्रा के सुरक्षा प्रबंधों में सेना, वायुसेना, नौसेना, केरिपुब, एनएसजी, जम्मू कश्मीर पुलिस और बीएसएफ के अतिरिक्त सुरक्षाबलों के सभी विंग लगे हुए हैं।

फाइल फोटो
जम्मू: अमरनाथ यात्रा मार्ग पर उड़ान भरते हुए हाईटेक ड्रोनों को देख कर ऐसा लगता है जैसे कोई युद्ध के मैदान में खड़ा हो क्योंकि आसमान पर टकटकी लगाने वाली नजरों को नीचे भी उतना ही सतर्कता बरतनी पड़ रही है क्योंकि खतरा सिर्फ दुश्मन ड्रोनों का ही नहीं है बल्कि उन स्टिकी बमों का भी है जिनकी तोड़ ढूंढ पाने में अभी तक कोई कामयाबी नहीं मिली है।
पहलगाम और बालटाल से लेकर अमरनाथ गुफा तक के दोनों यात्रा मार्गों पर लंगर लगाने की व्यवस्थाएं लगभग पूरी हो चुकी हैं। हालांकि गुफा के बाहर जमी हुई बर्फ से जूझते हुए लंगरवाले जरूर नजर आ रहे हैं क्योंकि उन्हें आवंटित की गई जगहों पर बर्फ को खुद ही काटना पड़ रहा था।
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने माना है कि इस बार ड्रोनों और स्टिकी बमों के खतरे से निपटने के लिए केरिपुब के जवानों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है।
पुलिस के अधिकारी कहते हैं कि यात्रा मार्ग पर ड्रोन हमलों का कोई ऐसा खतरा नहीं है पर वे कोई तैयारी को चाकचौबंद रखना चाहते हैं। इसलिए एंटी ड्रोन रणनीति भी कई जगहों पर अपनाई गई है तथा सभी सुरक्षाबल अपने अपने-ड्रोनों से यात्रा मार्ग पर नजर रखेंगे।
यात्रा आरंभ होने में मात्र चार दिनों का समय बचा है और इस बार यात्रा के सुरक्षा प्रबंधों में सेना, वायुसेना, नौसेना, केरिपुब, एनएसजी, जम्मू कश्मीर पुलिस और बीएसएफ के अतिरिक्त सुरक्षाबलों के सभी विंग पूरी तरह से लगे हुए हैं। इसमें सबसे अधिक प्रबंध प्राकृतिक आपदा से निपटने के इसलिए किए गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार पांच दिन पहले ही मानसून ने प्रदेश में दस्तक दे दिया है।