महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शनिवार को शपथ ली। अजीत पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार के भतीजे हैं। इन दोनों के शपथ लेने की किसी को खबर तक नहीं चली। कल देर रात तक शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के सीएम बनने की बात चल रही थी और शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बनने वाली थी। लेकिन महाराष्ट्र की सियासत में रातोंरात बड़ा उलटफेर हो गया है। इस संबंध में एनडीटीवी के पॉलिटिकल एडिटर अखिलेश शर्मा ने ट्वीट कर कहा है कि एनसीपी चीफ शरद पवार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात में सब तय हुआ था। 20 नवंबर को शरद पवार और पीएम मोदी की मुलाकात हुई थी। हालांकि एनसीपी प्रमुख शरद पवार वैसे तो किसानों के मुद्दे पर पीएम मोदी से मुलाकात की थी। लेकिन इसे राज्य में जारी सरकार गठन की कवायद से भी जोड़कर देखा जा रहा था।
अखिलेश शर्मा ने ट्वीट कर लिखा, ''गजब की गोपनीयता बरती गई। किसी को कानों कान खबर नहीं हुई। शरद पवार और पीएम मोदी की मुलाकात में सब तय हुआ। उधर पवार शिवसेना और कांग्रेस को नचाते रहे। आखिरकार बीजेपी से जा मिले। देवेंद्र फड़नवीस सीएम और अजित पवार डिप्टी सीएम बन गए।''
वहीं, लेखिका और पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने ट्वीट कर कहा, 'हम जानते थे। आप पवार पर कभी भरोसा नहीं कर सकते।'
कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना को 3 दिन में बातचीत पूरी कर लेनी चाहिए थी: सिंघवी
इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक सिंघवी ने महाराष्ट्र के अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रम पर हैरानी जताते हुए कहा कि कांग्रेस, शिवसेना और राकांपा को तीन दिन के भीतर बातचीत पूरी कर लेनी चाहिए थी। सिंघवी ने ट्वीट किया, '' महाराष्ट्र के बारे में पढ़कर हैरान हूं। पहले लगा कि यह फर्जी खबर है। निजी तौर पर बोल रहा हूं कि तीनों पार्टियों की बातचीत तीन दिन से ज्यादा नहीं चलनी चाहिए थी। यह बहुत लंबी चली। मौका दिया गया तो फायदा उठाने वालों ने इसे तुरंत लपक लिया।''
उन्होंने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार पर तंज कसते हुए कहा, " पवार जी तुस्सी ग्रेट है। अगर यही सही है तो आश्चर्यजनक है। अभी यकीन नहीं है।"
देवेंद्र फड़नवीस सीएम और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री की शपथ ली
महाराष्ट्र में अजित पवार के समर्थन से मुख्यमंत्री के तौर पर एक बार फिर भाजपा के देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राकांपा नेता अजित पवार ने यहां राज भवन में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सुबह एक समारोह में दोनों को शपथ दिलायी जहां केवल आधिकारिक मीडिया ही मौजूद रही।
फड़नवीस ने कहा, ''लोगों ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया था लेकिन शिवसेना ने नतीजों के बाद अन्य दलों के साथ गठबंधन करने की कोशिश की जिसके बाद राष्ट्रपति शासन लगा। महाराष्ट्र को स्थायी सरकार की जरूरत है न कि ‘खिचड़ी’ सरकार की।''
उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा, ''24 अक्टूबर को नतीजे आने से लेकर अब तक कोई पार्टी सरकार नहीं बना पा रही थी। महाराष्ट्र में किसानों के मुद्दों समेत कई दिक्कतें थी इसलिए हमने एक स्थायी सरकार बनाने का फैसला किया।''