अखिलेश यादव ने कहा, "चाचा शिवपाल यादव को लग रहा था कि मैं सम्मान नहीं कर पा रहा हूं, तो आजाद कर दिया, ले लें सम्मान, मुझे खुशी होगी"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 29, 2022 03:20 PM2022-07-29T15:20:08+5:302022-07-29T15:24:33+5:30

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय से ही चाचा शिवपाल यादव को लग रहा था कि मैं उनको यथोचित सम्मान नहीं दे पा रहा हूं। इसलिए उन्हें गठबंधन से मुक्त कर दिया ताकि वो स्वतंत्र होकर अपने मन-मर्जी का सम्मान पा सकें।

Akhilesh Yadav said, "Uncle Shivpal Yadav felt that I was not able to respect, then set him free, take the respect, I will be happy" | अखिलेश यादव ने कहा, "चाचा शिवपाल यादव को लग रहा था कि मैं सम्मान नहीं कर पा रहा हूं, तो आजाद कर दिया, ले लें सम्मान, मुझे खुशी होगी"

फाइल फोटो

Highlightsसपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सुभासपा और प्रसपा के साथ गठबंधन तोड़ने पर अपनी स्थिति स्पष्ट कीचाचा शिवपाल यादव को इसलिए आजाद किया ताकि वो स्वतंत्र होकर मन-मर्जी का सम्मान पा सकेंओपी राजभर में किसी और दल की आत्मा प्रवेश कर गई है, इसलिए उन्हें झड़फूंक करवाना चाहिए

वाराणसी: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने के विषय में खुलकर अपनी राय रखी है। बीते गुरुवार के जौनपुर में एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जाते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कुछ वक्त के ठहराव के दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, "विधानसभा चुनाव के समय से ही चाचा शिवपाल यादव को लग रहा था कि मैं उनको यथोचित सम्मान नहीं दे पा रहा हूं। इसलिए मैंने उन्हें गठबंधन से मुक्त कर दिया ताकि वो स्वतंत्र होकर अपने मन-मर्जी का सम्मान पा सकें। मुझे खुशी होगी कि अगर उन्हें कहीं और सम्मान मिलता है।"

अखिलेश यादव ने कहा, "उनका अपना दल है, उसका विस्तार करें। लोहिया जी, जयप्रकाश नारायण जी और जनेश्वर मिश्रा जी के विचारों को लेकर प्रदेश की राजनीति को नई दिशा हैं। इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है।"

चाचा शिवपाल यादव के साथ ही सुभासभा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो मुझे एसी से बाहर न निकलने के ज्ञान दे रहे थे लेकिन वो बहुत जल्दी भूल गये कि सक्रिय राजनीति में 22 साल हो गए हैं। सभी इस बात को समझ रहे हैं कि वो किसके इशारे पर इस तरह का आरोप लगा रहे हैं। दरअसल उनके अंदर किसी और दल की आत्मा प्रवेश कर गई है, इसलिए उन्हें झड़वाना-फूकवाना करवाना चाहिए, जैसे कि गांव- देहात में होता है। तभी वो ठीक हो पाएंगे, उससे पहले उनके ठीक होने की संभावना कम है।

अखिलेश यदाव ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलने के प्रश्न पर कहा कि इसका तो सीधा सा नियम है कि जो भी भाजपा को खुश रखेगा, उसे सुरक्षा मिलेगी, बहुत कुछ मिलेगा। इसके अलावा सपा प्रमुख ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा जैसे देश को डिवाइड एन्ड रूल के जरिये जातियों और धर्म में बांटने का काम कर रही है। ठीक उसी तरह उसने विपक्ष के लिए भी डिवाइड एन्ड रूल की पॉलिसी अपना ली है। इसक मतलब है कि विपक्षी दलों के नेताओं को डरा कर धमकाकर रखो।

अखिलेश यादव ने आगे कहा कि इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमने अभी देखा न जब ईडी ने कांग्रेस की सबसे बड़ी लीडर को बुला लिया। इसका साफ मतलब है कि विपक्ष के नेता अगर उनके ताबे में नहीं रहेंगे तो उनका भी वही हाल होगा। उन्होंने कहा कि इस सरकार का बस एख ही काम बचा है कि ईडी के जरिये नेताओं को धमकाओ लेकिन वो लाख जुल्म कर लें, विपक्ष उनके आगे नहीं झुकेगा और पूरी मजबूती के साथ अपनी लड़ाई लड़ेगा।

वाराणसी के बाबतपुर हवाई अड्डे से बाहर निकलते हुए अखिलेश यादव ने अंत में कहा कि भाजपाइयों का धर्म खाली इस्तेमाल करने का है। वो केवल जनता को निचोड़ने के लिए कानून लाते हैं, जीएटी में दूध, दही, छांछ और मक्खन पर टैक्स लगाकर इस सरकार ने साबित कर दिया है उसके मन में उस जनता के लिए मोह नहीं है, जिसके वोट पर यह नीतियां और कानून बना रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार निरंकुश और तानाशाह ही तरह व्यवहार कर रही है, लेकिन वो इस बात को याद रखे कि सभी दिन एक समान नहीं होते हैं। अपने कर्म की भरपाई सभी को करनी पड़ती है।

Web Title: Akhilesh Yadav said, "Uncle Shivpal Yadav felt that I was not able to respect, then set him free, take the respect, I will be happy"

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे