अखिलेश यादव ने फिर एक बार कांग्रेस पर हमला बोला, कहा- "सपा का मिशन 2024 और उसके लिए रणनीति 'पीडीए' है"
By आकाश चौरसिया | Published: October 22, 2023 05:08 PM2023-10-22T17:08:10+5:302023-10-22T17:26:13+5:30
अखिलेश यादव ने पीडीए शब्द का दोबारा जिक्र कर कांग्रेस और आम चुनावों के लिए बने 'इंडिया' गठबंधन में संशय की स्थिति पैदा कर दी है। उन्होंने यह भी ऐलान कर दिया है कि पार्टी इसी रणनीति के तहत लोकसभा चुनाव लड़ेगी।
नई दिल्ली: कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच चल रहे मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में सीट शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर चल रही जुबानी जंग में रविवार को एक नया मोड़ आ गया है।
जब अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कांग्रेस पर कटाक्ष कर 'पीडीए' का दोबारा जिक्र किया। उन्होंने बताया कि अब इसके जरिए ही अगले आम चुनावों में जाएंगे और यही उनकी पार्टी की रणनीति का हिस्सा है।
इसके साथ ही इस पोस्ट में एक सपा कार्यकर्ता की तस्वीर साझा की है, जिसकी पीठ पर लाल और हरा रंग से पीडीए के बारे में जानकारी लिखी है। वहीं, इन रंगों के ऊपर मिशन 2024, समाजवादी पार्टी जिंदाबाद, नेता जी अमर रहे, अखिलेश यादव इस बार इलेक्शन में समाजवादी पार्ट को पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक वर्ग जितवाएगा। ये सभी बातें इस पोस्ट में लिखी हुई हैं और इसे खुद पूर्व मुख्यमंत्री ने शेयर किया है, जिसके मायने राजनीतिक गलियारों में निकाले जा रहे हैं।
वहीं, सपा मुखिया अखिलेश यादव ने आगे लिखा, 'पीडीए' 2024 के लोकसभा चुनाव में जीतेगा। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब को न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का मकसद लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज करना है और इसके साथ नेशनल डेमोक्रेटिंक एलायंस (एनडीए) को हराना है।
होगा 24 का चुनाव
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 22, 2023
PDA का इंक़लाब pic.twitter.com/K7RUPKPxl6
रविवार को दोबारा इस बारे में अखिलेश यादव ने जिक्र किया है, इससे पहले शाहजहांपुर में जागरूकता अभियान के दौरान पीडीए के बारे में अपनी बात रखी थी। उन्होंने कहा था की पीडीए, इंडिया गठबंधन बनने से पहले बन गया था। यूपी के पूर्व सीएम के अनुसार विपक्ष का भव्य गठबंधन बना हुआ है, लेकिन सपा की प्राथमिकता और रणनीति पीडीए ही है।
असल में जब से आगामी पांच राज्यों में चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान हुआ है, तभी से कांग्रेस और सपा के बीच में सीट शेयरिंग को लेकर एक दरार पैदा हो गई। क्योंकि अखिलेश यादव ने कहा, कांग्रेस ने उन्हें बिना बताए ही उम्मीदवार उतार दिए हैं। फिर दोनों पार्टियों के बीत जुबानी जंग तेज हो गई। कोई किसी को छुटभईया नेता बताने में लगा, तो कोई मुलायम सिंह यादव का बखान करता फिर रहा है।अब कांग्रेस आलाकमान भी सक्रिय हो गया है और मामले को धीरे-धीरे शांत कराने पर काम जारी है।