बीजेपी का आरोप- अखिलेश ने बंगला छोड़ने से पहले की तोड़फोड़, सपा ने कहा- योगी आदित्यानाथ ने तुड़वाया
By खबरीलाल जनार्दन | Published: June 10, 2018 11:04 AM2018-06-10T11:04:28+5:302018-06-10T11:04:28+5:30
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग स्थित अपने बंगले की चाभियां शनिवार को राज्य संपत्ति विभाग को सौंपी थीं।
लखनऊ, 10 जूनः समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग स्थित अपने बंगले की चाभियां शनिवार को राज्य संपत्ति विभाग को सौंपी थीं। लेकिन इसके बाद बंगले में टाइल्स उखड़ने और उसकी हालत ठीक ना होने लेकर भारतीय जनता पार्टी उन पर निशाना साध रही है। हालांकि अखिलेश ने बंगले में कथित तोड़फोड़ के मुद्दे को तूल देने के खिलाफ भाजपा को आगाह किया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार किसी नुकसान की सूची देती है तो वह भरपाई करने को तैयार हैं।
अखिलेश के बंगले के अन्दर कथित तौर पर की गयी तोड़फोड़ पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में जुबानी जंग तेज हो गयी है।
राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारी योगेश कुमार शुक्ला ने बताया कि 'अखिलेश यादव ने कल रात राज्य संपत्ति विभाग द्वारा उन्हें 4 विक्रमादित्य मार्ग पर आवंटित बंगले की चाभियां संपत्ति विभाग को सौप दी हैं।’’ उन्होंने बताया कि अब केवल पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का बंगला खाली होना बाकी है। शेष सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के बंगले खाली हो गये हैं।
उनसे पूछा गया कि सोशल मीडिया पर ऐसी वीडियो क्लिपिंग वायरल हो रही हैं जिनमें दिख रहा है कि बंगले को खाली करने से पहले उसमें काफी तोड़फोड़ की गयी है, इस पर शुक्ला ने जवाब दिया,‘‘ हम बंगले को देखेंगे कि उसे क्या नुकसान पहुंचाया गया है या फिर जो सामान संपत्ति विभाग द्वारा लगवाया गया था उसमें कोई वस्तु कम है उसके बाद ही हम बंगले के स्वामी को नोटिस देंगे।’’ इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने इस वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि ऐसा पार्टी अध्यक्ष की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उपचुनाव में पार्टी की लगातार जीत के बाद विरोधी खेमा ऐसे वीडियो वायरल करा रहा है।
सपा के सुनील यादव ने आरोप लगाया कि बंगले में तोड़फोड़ का आदेश सीएम योगी आदित्यनाथ के कहने पर की गई थी।
After handing over keys of the govt bungalow, the damages inside the premises was ordered by CM Yogi Adityanath himself. This was done just to malign Akhilesh Yadav's image in public because CM is frustrated after losing a series of by polls: Sunil Yadav, SP pic.twitter.com/siTanlEGEf
— ANI UP (@ANINewsUP) June 10, 2018
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज ट्वीट कर कहा कि 'विपक्षी मकान को 'व्हाइट हाऊस' कह रहे हैं तो क्या वह खुद 'ब्लैक हाऊस’ में रहते हैं।’’ उधर दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने आज शाम जारी एक बयान में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सरकारी बंगले को खाली करने से पहले की गई कथित तोड़फोड़ पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बंगले में तोड़फोड़ से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव की कुण्ठा झलकी है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश को मुख्यमंत्री रहते हुए ही इस बात का एहसास हो गया था कि वह दुबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं ले पाएंगें इसीलिए मुख्यमंत्री रहते हुए ही उन्होंने अपने लिए एक शानदार बंगला सरकारी खर्च पर तैयार कराया था जिसमें सरकारी धन का जमकर दुरूपयोग किया गया था। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद मजबूरी में वह बंगला उन्हें खाली करना पड़ा, लेकिन बंगला खाली करने से पहले जिस तरह उस विलासिता को छुपाने के लिए तोड़-फोड़ की गई वो शर्मनाक भी है और निन्दनीय भी।
त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उस बंगले से टाइल्स और टोंटिया, निकलवा कर अपनी हताशा को दर्शाया है और कई गम्भीर प्रश्न भी खड़े किए हैं। सपा और अखिलेश यादव को जनता को बताना चाहिए कि उन्होंने बंगले से टाइल्स क्यूं उखड़वाई।
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इस बीच मथुरा से प्राप्त समाचार के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा,‘‘भाजपा उन्हें बदनाम करना चाहती है। अगर उन्हें या सरकार को लगता है कि यह नुकसान हमारे द्वारा हुआ है तो टूट-फूट और गायब सामान की सूची उपलब्ध कराए, हम भरपाई कर देंगे।’’ वह यहां वृन्दावन में ठाकुर बांके बिहारी मन्दिर के दर्शन करने के लिए पत्नी डिंपल यादव और बच्चों के साथ पहुंचे थे।
उन्होंने सपरिवार मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के बाद मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए कहा, ‘‘भाजपा के लोग होशियारी कर रहे हैं। किसी को बदनाम करने का तरीका इनसे सीखना चाहिए। कोई बात नहीं, ऊपर भगवान और नीचे जनता इनको देख रही है। वे खुद जवाब दे देंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक नुकसान की बात है तो सरकार हमें बताए कि उनका कौन सामान टूटा है, गायब हो गया है। हमें सूची दे तो हम उसकी भरपाई कर देंगे। ऐसे तो हमारे लगाए कई पेड़ वहां छूट गए हैं। क्या सरकार हमारा छूटा सामान देगी।’’
अखिलेश ने कहा, ‘वैसे अगर मीडिया को बंगला दिखाना ही था तो पूरा बंगला दिखाना चाहिए था। हमारे बेडरूम, बच्चों का कमरा और मंदिर आदि अन्य जगह भी दिखानी चाहिए थीं। जरूरत पड़े तो शौचालय भी दिखाएं। मनमुताबिक दिखाकर बदनाम करना ही तो भाजपा का काम है।’’ उन्होंने अपने कार्यकाल में मथुरा जनपद में शुरु किए गए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘जो काम समाजवादियों ने मथुरा, वृन्दावन, गोवर्धन, बरसाना आदि धर्मस्थलों पर शुरू किए थे, उम्मीद करते हैं यह सरकार उन कामों को आगे तक ले जाएगी।’’ अखिलेश ने कहा, ‘‘हम तो मथुरा के सभी तीर्थस्थलों को विश्वस्तरीय बनाना चाहते थे। क्योंकि यहां दुनियाभर से बड़ी तादाद में श्रद्धालु धार्मिक आस्था के साथ पहुंचते हैं।’’ उन्होंने गाय और गंगा के मुद्दें उठाने वाली भाजपा की खिंचाई करते हुए कहा, ‘‘ये लोग गाय से राजनीति शुरू किए थे। लेकिन हर जगह देखने में आ रहा है कि गाय सड़क पर पॉलिथीन खाती घूम रही हैं। इनका स्वच्छ भारत का सपना बिना गौ माता की स्थिति संभाले बिना पूरा नहीं हो सकता।’’
(भाषा के इनपुट से)