आकाश आनंद ही मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी होंगे, बसपा प्रमुख ने की घोषणा, राष्ट्रीय समन्वयक के पद पर बहाल
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: June 23, 2024 03:13 PM2024-06-23T15:13:04+5:302024-06-23T15:14:11+5:30
मायावती ने एक बार फिर भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। इस फैसले की घोषणा लखनऊ में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के दौरान की गई।
नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने रविवार, 23 जून को अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक के पद पर बहाल कर दिया। मायावती ने एक बार फिर भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। इस फैसले की घोषणा लखनऊ में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के दौरान की गई।
इससे पहले बसपा सुप्रीमो ने हाल के लोकसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन की समीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की। आकाश आनंद को उत्तराखंड में आगामी उपचुनावों के लिए स्टार प्रचारक भी नियुक्त किया गया है।
7 मई को, मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपने राजनीतिक उत्तराधिकारी के पद से हटा दिया था। उन्हें पार्टी के प्रमुख पदों से भी यह कहते हुए हटा दिया था कि आकाश के "परिपक्व" होने तक इन कर्तव्यों से मुक्त किया जा रहा है। बसपा प्रमुख ने पिछले वर्ष दिसंबर में आकाश आनन्द को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था।
एक्स पर कई पोस्ट में उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी न सिर्फ एक राजनीतिक संगठन है, बल्कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के स्वाभिमान और सामाजिक परिवर्तन का एक आंदोलन भी है। आकाश आनंद के खिलाफ हाल ही में सीतापुर में एक चुनावी रैली में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया था।
बसपा नेता ने अपने भाषण में कहा था, "यह सरकार बुलडोजर सरकार और गद्दारों की सरकार है। जो पार्टी अपने युवाओं को भूखा छोड़ती है और बुजुर्गों को गुलाम बनाती है वह आतंकवादी सरकार है।'' प्राथमिकी दर्ज होने के बाद बसपा ने बिना कोई कारण बताए पिछले दिनों आकाश आनन्द की सभी प्रस्तावित रैलियों को स्थगित कर दिया था।
माना जाता है कि आकाश के आक्रामक बयानों के कारण ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने कड़ा फैसला लिया था। अब एक बार फिर से इस बात की विधिवत घोषणा हो गई है कि आकाश ही मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी होंगे।