क्या अजित पवार को मंत्रिमंडल में मिलेगी जगह? एनसीपी नेता ने कहा-उद्धव ठाकरे करेंगे फैसला
By स्वाति सिंह | Published: November 27, 2019 02:39 PM2019-11-27T14:39:06+5:302019-11-27T14:39:06+5:30
एनसीपी सरकारों के पुराने नेताओं में से एक और पूर्व मंत्री सुनील तटकरे ने बीते हफ्ते शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन के मैदान में उतरकर अजित पवार तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
वरिष्ठ नेता सुनील तटकरे का कहना है कि महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़नवीस सरकार को अपना समर्थन देकर चौका देने वाले अजित पवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में मंत्री पद मिलना चाहिए। विधानसभा के विशेष सत्र में विधायक के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद मीडिया को संबोधित करते हुए तटकरे ने कहा 'मैं चाहता हूं कि अजित पवार को कैबिनेट में जगह मिले। ये सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि एनसीपी के कई अन्य नेताभी चाहते हैं कि अजीत पवार को बर्थ मिले।'
बता दें कि एनसीपी सरकारों के पुराने नेताओं में से एक और पूर्व मंत्री सुनील तटकरे ने बीते हफ्ते शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन के मैदान में उतरकर अजित पवार तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आजित पवार एनसीपी विधायक दल के प्रमुख के नेता थे। उन्होंने 23 नवंबर की सुबह को बीजेपी को समर्थन देने का एलान किया था। इसके बाद उन्होंने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। महाराष्ट्र के पूरे घटनाक्रम में सबसे अहम पारिवारिक दबाव माना जा रहा है।
शपथ लेने के बाद से ही पवार परिवार के लोग लगातर अजित से बातचीत करने लगे। यही नहीं शरद पवार ने पार्टी के अधिकांश विधायकों को भतीजे अजीत पवार के साथ जाने से रोक दिया। आखिरकार अजित पवार वापस आगए दी उपमुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।
अजीत पवार की वापसी के लिए बहुत प्रयास किए गए। इसके बाद बुधवार को शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने राज्य विधानसभा में उनका स्वागत किया। यहां अजित ने एक विधायक के रूप में शपथ लिया और यहां सम्मान के तौर पर सुप्रिया ने उनके पैर भी छूए।
एनसीपी के विधायक अमरसिंह पंडित ने कहा 'यह कहना गलत है कि हमारे प्रयासों से अजित पवार वापस आए हैं। अन्य सभी एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना के विधायक अजित पवार को वापस चाहते थे। पुराने विधायकों को अजित पवार का समर्थन मिला है और वे उन्हें देखना भी चाहते हैं। हर कोई चाहता था कि वह वापस आ जाए।'
एनसीपी विधायक दल में अजित पवार को पद से हटाने के बाद जगह लेने वाले जयंत पाटिल ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है। जयंत पाटिल ने अजित पवार को गठबंधन के मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के सवालों पर कहा 'शरद पवार, उद्धव ठाकरे जी ही यह तय करेंगे मंत्री पद किसे मिलना चाहिए।'
वहीं, अजित पवार ने बुधवार को कहा कि वह अपनी पार्टी में बने रहेंगे और उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला मनोनीत मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे लेंगे। महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए पिछले सप्ताह भाजपा को समर्थन देने वाले अजित पवार ने कहा कि उनके राकांपा में बने रहने के बारे में भ्रम ‘‘पैदा करने’’ की कोई वजह नहीं है। अजित पवार ने विधान भवन परिसर में कहा, ‘‘अभी मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं है, मैं सही समय आने पर बोलूंगा। मैंने पहले भी कहा था कि मैं राकांपा में हूं और मैं राकांपा में ही रहूंगा। भ्रम पैदा करने की कोई वजह नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मंत्रिमंडल में मुझे शामिल करने का फैसला मुख्यमंत्री के तौर पर उद्धव ठाकरे को लेना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी से भी नाखुश नहीं हूं। मेरी पार्टी मुझे जो जिम्मेदारी देगी, मैं उसे स्वीकार करूंगा।’’