मुंबई: महाराष्ट्र में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने पार्टी प्रमुख शरद पवार को गच्चा देते हुए एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गये हैं। अजित पवार राजभवन में शपथ लेकर बाकायदा शिंदे-फड़नवीस खेमे में चले गये हैं। खबरों के अनुसार अजित पवार भी एकनाथ शिंदे सरकार में भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस की तरह डिप्टी सीएम बनाये गये हैं।
भाजपा सूत्रों ने इस संबंध में बकाया कि अजित पवार के साथ पार्टी के 18 विधायक भी राजभवन में हैं। अजित पवार के शपथ लेने के बाद शरद पवार के करीबी छगन भुजबल और दिलीप वलसे पाटिल ने भी मंत्री पद की शपथ ली। अजित पवार के अलावा यह दोनों नेता शरद पवार का करीबियों में शुमार होते थे।
शरद पवार का खेमा छोड़ते उनके एक अनन्य भरोसमंद एनसीपी नेता धनंजय मुंडे और अदिति तटकरे ने भी मंत्री पद की शपथ लेने वालों में शामिल हो गये हैं।
महाराष्ट्र की सियासत में हुए इस बड़े उलटफेर पर शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, "कुछ लोगों ने महाराष्ट्र की राजनीति को साफ करने का बीड़ा उठाया है। मेरी अभी शरद पवार जी से बात हुई है। उन्होंने कहा कि मैं अब भी बहुत मजबूत हूं। एनसीपी को लोगों का समर्थन प्राप्त है और हम कांग्रेस, शिवसेना के साथ मिलकर मजबूत विपक्ष का फिर से निर्माण करेंगे।"
इस बीच महाराष्ट्र में हुए सत्ता के इस खेल पर समाजवादी पार्टी से समर्थन से राज्यसभा सांसद बने कपिल सिब्बल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल के अमेरिका दौरे में जिस लोकतंत्र की जननी के बारे में व्हाइट हाउस से बात किये थे, वो यही तो है।
इससे पहले खबर आयी थी कि अजित पवार एनसीपी के 29 नेताओं के साथ चाचा शरद पवार से सीधा लोहा लेते हुए महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो सकते हैं। पवार भाजपा के देवेन्द्र फड़णवीस के साथ उपमुख्यमंत्री पद साझा करेंगे। यह कदम पवार द्वारा सार्वजनिक रूप से महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में पद छोड़ने की इच्छा व्यक्त करने के कुछ ही दिनों बाद आया है।