एयर फ्रांस-केएलएम को भारत से उड़ानों की संख्या बढ़ाने की मंजूरी मिलने की उम्मीद
By भाषा | Published: November 7, 2021 10:30 AM2021-11-07T10:30:05+5:302021-11-07T10:30:05+5:30
(दीपक पटेल)
नयी दिल्ली, सात नवंबर विमानन कंपनी एयर फ्रांस-केएलएम की भारतीय सेवाएं ‘एयर बबल’ पाबंदियों के कारण अभी सीमित हैं लेकिन एयरलाइन को उम्मीद है कि भारत सरकार बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उसकी उड़ानों की संख्या बढ़ाने की मंजूरी देगी। विमानन कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह बात कही।
‘एयर बबल’ दो देशों के बीच उड़ान सेवा को फिर से शुरू करने की अस्थायी व्यवस्था है। इसके तहत हवाई अड्डे पर और यात्रा के दौरान कोरोना वायरस संबंधी नियमों का पालन करना अनिवार्य है।
भारत ने जुलाई 2020 के बाद से फ्रांस और नीदरलैंड समेत तकरीबन 28 देशों के साथ ‘एयर बबल’ के तहत यात्री पाबंदियों के साथ सीमित विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को अनुमति दी है। भारत में पिछले साल 23 मार्च के बाद से ही निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित हैं।
एयर फ्रांस-केएलएम के महाप्रबंधक (भारतीय उप महाद्वीप) जीन-नोएल रॉल्ट ने एक साक्षात्कार में ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि कोविड-19 महामारी से पहले एयरलाइन तीन भारतीय शहरों बेंगलुरु, दिल्ली और मुंबई से पेरिस और एम्सटर्डम तक 38 साप्ताहिक उड़ानों का संचालन करती थी। वर्तमान में सप्ताह में इसकी केवल 17 उड़ानें संचालित हो रही हैं।
यह पूछने पर कि क्या भारतीय उड़ानों के लिए मांग बढ़ रही है, इस पर रॉल्ट ने कहा, ‘‘भारत का वीएफआर (देश आने वाले दोस्त और रिश्तेदार) बाजार बहुत मजबूत है। मेरी राय में यह मांग बढ़ने के प्रमुख कारणों में से एक है। हमें उम्मीद है कि सीमाएं खुलने के साथ ही हमें बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ाने की अनुमति दी जाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत में फ्रांस दूतावास और नीदरलैंड दूतावास के साथ संबंधित प्राधिकारियों से बातचीत करते रहेंगे। अपने दूतावासों के साथ मिलकर हम भारत से उड़ानों की संख्या बढ़ाने के लिए भारतीय प्राधिकारियों के साथ अवसरों की तलाश करते रहेंगे।’’
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सितंबर में कहा था कि केंद्र को यूरोप और दक्षिण अमेरिका जैसे स्थानों पर भारतीय एयरलाइनों की लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बढ़ाने के लिए कुछ व्यवस्था बनाने पर विचार करना होगा।
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