वायुसेना के कमांडरों ने संसाधनों के प्रभावी इस्तेमाल की रूपरेखा पर विचार-विमर्श किया
By भाषा | Updated: April 16, 2021 22:46 IST2021-04-16T22:46:08+5:302021-04-16T22:46:08+5:30

वायुसेना के कमांडरों ने संसाधनों के प्रभावी इस्तेमाल की रूपरेखा पर विचार-विमर्श किया
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल भारतीय वायुसेना के शीर्ष कमांडरों ने बल के संचालन को लेकर नए तौर-तरीकों पर चर्चा की ताकि भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए इसकी युद्धक क्षमता में बढ़ोतरी की जा सके। यह जानकारी शुक्रवार को अधिकारियों ने दी।
उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय सम्मेलन में कमांडरों ने संसाधनों के प्रभावी इस्तेमाल की रूपरेखा और भविष्य में बल में नए विमानों एवं हथियारों को शामिल करने के साथ ही वायु सुरक्षा के सभी सांगठनिक पहलुओं एवं संयुक्त कमान ढांचे पर चर्चा की।
भारतीय वायुसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और 5जी जैसी नई प्रौद्योगिकियों को शामिल करने की जरूरत पर बल दिया। साथ ही उन्होंने साइबर एवं अंतरिक्ष क्षेत्र के ज्यादा इस्तेमाल की जरूरत बताई।
अधिकारियों ने कहा कि वायुसेना प्रमुख ने संचालन क्षमता के लिए ‘‘सिद्धांतों, युक्तियों एवं प्रक्रियाओं’’ में लगातार अद्यतन पर जोर दिया।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सम्मेलन में हिस्सा लेने वालों ने प्रधानमंत्री द्वारा संयुक्त कमांडर सम्मेलन के दौरान बताए गए कार्यों एवं इसके बाद की योजनाओं को लागू करने पर भी चर्चा की।’’
संयुक्त कमांडर सम्मेलन गुजरात के केवडिया में पिछले महीने आयोजित किया गया था।
अधिकारी ने बताया कि सम्मेलन में अन्य जिन प्रमुख विषयों पर चर्चा हुई उनमें भारतीय वायुसेना को खतरे वाले सभी क्षेत्रों में भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना और संसाधनों के उपयुक्त इस्तेमाल और भविष्य में शामिल किए जाने वाले विमान-हथियार आदि शामिल रहे।
सम्मेलन की शुरुआत बुधवार को हुई। हालांकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी औपचारिक शुरुआत बृहस्पतिवार को की।
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