हैदराबादः ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रामनवमी के दौरान बिहार के कई जिलों में हुई हिंसा को लेकर मंगलवार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर निशाना साधा।
ओवैसी ने कहा कि “जब भी किसी राज्य में हिंसा होती है तो इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है। बिहारशरीफ में धार्मिक स्थल अजीजिया को आग के हवाले कर दिया गया और समुदाय विशेष की दुकानों को निशाना बनाया गया - इसके पीछे बड़ी साजिश है।''
एआईएमआईएम नेता ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जानते थे कि नालंदा एक संवेदनशील जिला है, फिर भी वहां अशांति थी। उन्हें कोई पछतावा नहीं है, वे कल इफ्तार में चले गए। वहां टोपी पहन ली, शॉल ओढ़ लिए। कुछ तो हमदर्दी दिखाते। ओवैसी ने कहा कि ट्वीट से काम नहीं चलेगा। सीएम नीतीश और तेजस्वी राज्य में एक समुदाय विशेष में डर पैदा करना चाहते हैं।”
हैदराबाद के सांसद ने कहा कि एक आदमी जो वर्षों से मुख्यमंत्री है, इसे रोक नहीं पाए। मैं नीतीश कुमार और राजद सरकार के व्यवहार की निंदा करता हूं कि वे इस शैक्षिक संस्थान को जलाने और धार्मिक स्थल पर हमले को रोकने में पूरी तरह विफल रहे हैं। इसके अलावा, बिहार में एक समुदाय विशेष की संपत्तियों को लक्षित तरीके से जलाया गया।”
गौरतलब है कि रामनवमी पर हुई हिंसा में नालंदा में एक 16 वर्षीय लड़के की मौत हुई है और तीन लोग घायल हो गए। वहीं सासाराम में धार्मिक स्थल के पास एक झोपड़ी में हुए बम विस्फोट में कम से कम छह लोग घायल हो गए। नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। एएनआई के मुताबिक, हिंसा के मद्देनजर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की कुल 10 कंपनियों को बिहार भेजा गया है। बिहार पुलिस के मुताबिक, हिंसा के बाद सांप्रदायिक तनाव के मामले में अब तक 173 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।