West Bengal Train Accident: कंचनजंगा ट्रेन हादसे के बाद रेलवे ने उठाया बड़ा कदम, ट्रेन ड्राइवरों की निकाली 13 हजार नई नौकरियां
By अंजली चौहान | Updated: June 19, 2024 16:36 IST2024-06-19T16:32:21+5:302024-06-19T16:36:57+5:30
West Bengal Train Accident: यह निर्णय एक मालगाड़ी और कंचनजंगा एक्सप्रेस की टक्कर के एक दिन बाद आया है, जिसमें दस लोगों की मौत हो गई थी।

West Bengal Train Accident: कंचनजंगा ट्रेन हादसे के बाद रेलवे ने उठाया बड़ा कदम, ट्रेन ड्राइवरों की निकाली 13 हजार नई नौकरियां
West Bengal Train Accident: हाल ही में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में कंचनजंगा एक्सप्रेस से मालगाड़ी की टक्कर से बड़ा हादसा हुआ। हादसे के बाद ड्राइवर की लापरवाही और भारतीय रेलवे पर कई तरह के सवाल खड़े किए गए। इस बीच, भारतीय रेलवे ने मौजूदा कर्मचारियों पर बोझ कम करने के लिए सहायक लोकोपायलट (ट्रेन ड्राइवर) के लिए 13000 से अधिक नई नौकरियां निकाली है। रेलवे करीब 13000 हडार नई भर्तियां करने के इरादे में है।
यह कदम एक दिन पहले मालगाड़ी के कंचनजंगा एक्सप्रेस से टकराने से 10 लोगों की जान जाने के बाद उठाया गया है। सभी क्षेत्रीय रेलवे के महाप्रबंधकों को जारी निर्देशों के अनुसार, रेलवे बोर्ड ने सहायक लोकोपायलट (एएलपी) के लिए 18,799 रिक्तियों को मंजूरी दी है। यह जनवरी 2024 में अधिसूचित एएलपी के लिए 5696 रिक्तियों से 3.3 गुना अधिक है।
गौरतलब है कि ये घटनाक्रम अपर्याप्त जनशक्ति के कारण थकान की ट्रेन ड्राइवरों द्वारा उठाई गई चिंताओं के बाद हुआ है। लंबे समय तक काम करने के कारण निर्णय लेने में चूक होती है और सिग्नल ओवररन के कई उदाहरण सामने आते हैं, जिससे राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर पर दुर्घटनाएँ होती हैं।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में 17 जून की सुबह मालगाड़ी की टक्कर से सियालदह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस के तीन पीछे के डिब्बे पटरी से उतर गए। रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नौ लोगों को गंभीर चोटें आईं और 32 को साधारण या मामूली चोटें आईं। घायलों को इलाज के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में हुई घटना को दुखद बताते हुए संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। उत्तर बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से लगभग 30 किलोमीटर दूर रंगपानी स्टेशन के पास मालगाड़ी के इंजन द्वारा पीछे से टक्कर के कारण तीन पीछे के डिब्बे पटरी से उतर गए।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। वैष्णव ने एक्स पर पोस्ट किया कि मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख दिए जाएंगे, जबकि गंभीर रूप से घायलों को ₹2.5 लाख और मामूली रूप से घायलों को ₹50,000 दिए जाएंगे। उन्होंने पुष्टि की कि बचाव अभियान पूरा हो गया है।