चुनाव हारने के बाद बोले संगीत सोम, 'शपथ ग्रहण हो जाने दो फिर बाबा का बुलडोजर और संगीत सोम का डंडा दोनों चलेगा'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 14, 2022 04:42 PM2022-03-14T16:42:11+5:302022-03-14T16:46:22+5:30
ठाकुर बाहुल्य सरधना विधानसभा क्षेत्र के खेड़ा गांव में रविवार को आयोजित महापंचायत के दौरान संगीत सोम ने लोगों को कहा कि कोई गलत फहमी में न रहे, बस एक बार शपथ ग्रहण हो जाने दो फिर बाबा का बुलडोजर और संगीत सोम का डंडा दोनों चलेगा। मैं आज भी 100 विधायकों की ताकत रखता हूं। विधायकों के पास क्या है, जो मेरे पास नहीं है।
मेरठ: उत्तर प्रदेश चुनाव में सरधना विधानसभा सीट से चुनाव हारने के बाद भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता संगीत सोम ने पहली बार जनता के बीच अपनी खामोशी को तोड़ते हुए कहा कि मेरी हार से जो खुश हो रहे हैं, वो याद रखें संगीत सोम का डंडा चलेगा।
अपने विवादास्पद बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले संगीत सोम सपा-रालोद प्रत्याशी अतुल प्रधान से इस चुनाव में मात खा गये। अतुल प्रधान ने संगीत सोम को 18,200 वोटों से पटखनी दी। अतुल प्रधान को कुल 1,18,047 वोट मिले। वहीं भाजपा के संगीत सोम को 99,887 वोटों से संतोष करना पड़ा।
ठाकुर बाहुल्य सरधना क्षेत्र के चौबीसी क्षेत्र के खेड़ा गांव में रविवार को आयोजित महापंचायत के दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कोई गलत फहमी में न रहे, बस एक बार शपथ ग्रहण हो जाने दो फिर बाबा का बुलडोजर और संगीत सोम का डंडा दोनों चलेगा।
चुनावी हार के बाद खेड़ा गांव के जनता इंटर कॉलेज पहुंचे संगीत सोम ने एक महापंचायत में कहा कि भले ही वह चुनाव हार गए लेकिन खुशी इस बात की है कि प्रदेश में विपक्षियों को करारी मत देकर सत्ता पर भारतीय जनता पार्टी ही काबिज हुई है।
केशव प्रसाद मौर्य और उत्तरखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी का हवाला देते हुए संगीत सोम ने कहा, "चुनाव वो क्या यूपी के डिप्टी सीएम और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी हारे हैं। लेकिन यह हार हमारे लिए एक सीख है और अपनी कमियों को दूरकर इसे हम अगली बार जरूर जीत में बदलेंगे। तुम्हारा विधायक आज भी 100 विधायकों की ताकत रखता है। गुंडों को छोड़ा नहीं जाएगा। विधायकों के पास क्या है, जो मेरे पास नहीं है।"
समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए संगीत सोम ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग किसी गलतफहमी में न रहे। हम चुनाव हारे जरूर हैं, लेकिन दोगुने उत्साह के साथ आगे बढ़ेंगे। हम मजबूत हैं और संगीत जब तक है कमजोर नहीं पड़ सकता।
मालूम हो कि भाजपा नेता संगीत सोम का नाम साल 2013 में उस समय चर्चा में आया था, जब तत्कालीन अखिलेश यादव की सरकार ने उनपर आरोप लगाया ता कि वो मुजफ्फरनगर दंगों में दंगाईं को शह दे रहे हैं।
संगीत सोम ने सरधना सीट से साल 2012 में हाजी मोहम्मद याकूब को और फिर साल 2017 के चुनाव में अतुल प्रधान को पटखनी दे दी थी लेकिन लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने में संगीत सोम चूक गये और सपा के अतुल प्रधान ने बाजी मार ली।