अखिलेश यादव की नाराजगी के बाद कांग्रेस ने दिया 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का न्योता, सपा प्रमुख यूपी में दिखाई देंगे राहुल गांधी के साथ
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 7, 2024 09:33 AM2024-02-07T09:33:49+5:302024-02-07T09:39:19+5:30
अखिलेश यादव द्वारा कांग्रेस की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में आमंत्रित न किये जाने को लेकर जताई गई नाराजगी के बाद कांग्रेस ने भूल सुधार करते हुए उन्हें राहुल गांधी की अगुवाई में चल रही पार्टी की यात्रा में शामिल होने का न्योता दे दिया है।
लखनऊ: समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा कांग्रेस की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में आमंत्रित न किये जाने को लेकर जताई गई नाराजगी के बाद कांग्रेस ने भूल सुधार करते हुए उन्हें आखिरकार राहुल गांधी की अगुवाई में चल रही पार्टी की यात्रा में शामिल होने का न्योता दे दिया है।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस ने बीते मंगलवार को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को यात्रा के उत्तर प्रदेश पहुंचने पर उसमें राहुल गांधी के साथ जुड़ने के लिए आधिकारिक तौर पर न्यौता दिया है।
वहीं सपा की ओर से बताया गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा दिए गए निमंत्रण को स्वीकार करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि वह या तो अमेठी या रायबरेली में राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे।
सपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "अखिलेश यादव को 16 फरवरी को यूपी में प्रवेश करने वाली राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे का निमंत्रण मिला है। अखिलेश यादव ने अमेठी या रायबरेली में यात्रा में शामिल होने की सहमति दे दी है।"
यात्रा निमंत्रण मिलने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस की न्याय यात्रा सपा की 'पीडीए' रणनीति को मजबूत करेगी और "सामाजिक न्याय और आपसी सद्भाव" के लिए उसके आंदोलन को आगे बढ़ाएगी।
मालूम हो कि इससे पहले बीते शनिवार को अखिलेश यादव से यह पूछे जाने पर कि क्या वो कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे। सपा प्रमुख ने कहा था, 'समस्या यह है कि कई बड़े-बड़े कार्यक्रम होते हैं, लेकिन उसमें हमें निमंत्रण नहीं मिलता है।'
इसके बाद रविवार को यादव की टिप्पणी पर एक वीडियो टैग करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि यूपी में न्याय यात्रा का विस्तृत मार्ग और कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है और एक या दो दिन में इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में भाजपा को चुनौती दे रहे कांग्रेस और सपा दोनों ही विपक्षी इंडिया गुट के सदस्य हैं। सपा ने हाल ही में यूपी में आगामी संसदीय चुनावों के लिए कुल 80 सीटों में से 11 सीट कांग्रेस को देने की पेशकश की है।