लाइव न्यूज़ :

पंजाब में अध्ययन कर रहे अफगान छात्र अपने परिवारों को लेकर चिंतित

By भाषा | Updated: August 17, 2021 17:12 IST

Open in App

पंजाब के शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई कर अफगान छात्र अपने देश में तालिबान के कब्जे के बाद अपने परिवारों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। लुधियाना स्थित पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) में पढ़ाई कर रहे अफगान छात्र नूर अली नूरी ने मंगलवार को कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों से हमारी रातों की नींद उड़ी हुई है। हमारे परिवार हालांकि अभी तक सुरक्षित हैं, लेकिन हमारे देश में हो रहे घटनाक्रमों के चलते बुरी तरह डरे हुए हैं।’’ उसने कहा कि हालांकि इस्लाम हिंसा में विश्वास नहीं करता, लेकिन तालिबान लोगों से अपना एजेंडा मनवाने के लिए हिंसा का इस्तेमाल करता रहा है।रविवार को काबुल पर तालिबान का कब्जा होने से कुछ देर पहले राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़कर चले जाने के बाद अफगानिस्तान का भविष्य अनिश्चितता की स्थिति में है। अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए अफगान छात्रों ने अपने देश में शांति बहाली में मदद करने की अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील भी की। पीएयू में पीएचडी कर रहे एक अन्य अफगान छात्र अहमद मुबाशेर ने कहा कि वह तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को लेकर चिंतित है। उसने कहा, ‘‘नि:संदेह, मुझे अपने परिवार, अपने भाई-बहन को लेकर चिंता है।’’ अफगानिस्तान के बागलान प्रांत निवासी मुबोशर (32) ने कहा कि वह अपने परिवार के लगातार संपर्क में है। उसने कहा कि अफगानिस्तान में रह रहे उसके साथी देश छोड़ना चाहते हैं। उसने बताया कि लुधियाना स्थित पीएयू में 11 अफगान छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। मोहाली स्थित चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे अफगान छात्रों ने भी अपने देश की स्थिति पर चिंता जताई। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में 250 से अधिक अफगान छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इस विश्वविद्यालय में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे अफगानिस्तान के हेरात प्रांत निवासी रमीन ने विश्व के नेताओं से अपील की कि वे आगे आएं और उसके देश में शांति बहाली में मदद करें। वहीं, एक अन्य अफगान छात्र सुखरुल्ला ने कहा कि भारत में कोविड-19 के चलते शिक्षण संस्थान बंद होने की वजह से अनेक छात्र अफगानिस्तान में फंस गए हैं।उसने ऐसे छात्रों को अफगानिस्तान से निकालने के लिए केंद्र से आवश्यक कदम उठाने की अपील की।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

विश्वपठानों से निपटना पाक के लिए टेढ़ी खीर?, पाकिस्तान और अफगानिस्तान वार्ता नाकाम

भारतकाबुल वाला क्या लाया, क्या ले गया?, भारत क्या तालिबान के करीब जा रहा है?

विश्वमुत्ताकी से पूछिए कि लड़कियों को स्कूल क्यों नहीं जाने देते?

क्राइम अलर्टशादी करने के लिए पंजाब आई NRI महिला की हत्या, शव का जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश, दूल्हा गिरफ्तार

विश्वश्रीलंका, बांग्लादेश और अब नेपाल?, हमारे पड़ोसी देशों में यह क्या हो रहा है?

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत