आदित्य ठाकरे ने शिवसैनिकों को दी सीएम उद्धव ठाकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले ट्रोल से निपटने की टिप्स
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 24, 2019 06:38 PM2019-12-24T18:38:44+5:302019-12-24T18:38:55+5:30
गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में 15 दिसंबर की पुलिस कार्रवाई की तुलना जालियांवाला बाग से की थी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने पर आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को शिवसैनिकों को ट्रोल्स से बचने की सलाह दी है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक आदित्य ने कहा कि शिवसेना कार्यकर्ताओं को ट्रोल्स से निपटने के लिए संयम बरतें। मालूम हो कि हाल ही में सीएम ठाकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने मुम्बई के वडाला के एक व्यक्ति की शिवसैनिकों ने कथित रूप से पिटाई की थी।
पुलिस ने सोमवार (23 दिसंबर) को यह जानकारी दी थी। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में 15 दिसंबर की पुलिस कार्रवाई की तुलना जालियांवाला बाग से की थी। एक अधिकारी ने इस व्यक्ति की पहचान हीरामणि तिवारी (30) के रूप में की और कहा कि यह पोस्ट 19 दिसंबर को फेसबुक पर अपलोड किया गया था, जिसे वह ‘राहुल तिवारी’ के नाम से चलाता है।
जानें पूरा मामला
इस पोस्ट में संशोधित नागरिकता कानून का विरोध करने वाले जामिया मिल्लिया इस्लामिया के विद्यार्थियों पर पुलिस कार्रवाई की तुलना 1919 के जलियांवाला बाग कांड से करने पर ठाकरे के बारे में गाली-गलौज वाली भाषा का इस्तेमाल किया गया था। अधिकारी के अनुसार तिवारी ने कुछ लोगों से धमकी मिलने के बाद यह पोस्ट हटा दिया था लेकिन रविवार को शिवसेना के नेता समधन जुकदेव और प्रकाश हसबे के नेतृत्व में कुछ लोगों ने शांतिनगर में उसके घर के बाहर उससे मारपीट की और उसका मुंडन करा दिया। अधिकारी के मुताबिक वडाला टीटी पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 149 के तहत दोनों पक्षों को नोटिस जारी किया है।
सीआरपीसी की धारा 149 का इस्तेमाल पुलिस किसी भी संज्ञेय अपराध को रोकने के लिए करती है। तिवारी ने दावा किया कि वह पहले विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे दक्षिणपंथी संगठनों से जुड़ा था और उसे पीटने वाले लोगों को कानून अपने हाथ में लेने के बजाय उसके पोस्ट पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए थी। उसने कहा, ‘‘ मैं चाहता हूं कि पुलिस शिवसेना के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करे। मैं बस अपना विचार प्रकट कर रहा था।’’
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि तिवारी और उसके साथ मारपीट करने के आरोपियों के बीच समझौता हो गया है और यदि पुलिस को कोई शिकायत मिलती है तो मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तिवारी का बयान दर्ज किया जा रहा है। ठाकरे ने 17 दिसंबर को कहा था, ‘‘ जिस तरह पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के परिसर में जबरन घुसकर विद्यार्थियों पर गोलियां चलायीं, वह जलियांवाला बाग नरसंहार के जैसा जान पड़ता है।’’