आगरा: आगरा में 97 साल के एक बुजुर्ग व्यक्ति के कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने के बाद स्थानीय अधिकारियों ने उनके स्वस्थ होने को कोविड-19 मरीजों के लिए ‘‘उम्मीद की किरण” बताया है। 1923 में जन्मे इस व्यक्ति को एक निजी अस्पताल से बुधवार (10 जून) को छुट्टी दी गई थी। वह देश में कोविड-19 से पीड़ित सबसे उम्रदराज लोगों में से एक हैं जो पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं।
आगरा के जिला मजिस्ट्रेट प्रभु एन सिंह ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से फोन पर कहा कि बुजुर्ग का स्वस्थ होना इस ऐतिहासिक शहर के लिए “गौरव की बात” है। उन्होंने कहा, “हमारी टीम उनकी स्थिति पर रोजाना नजर रख रही थी और जिस दिन उनकी कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट में संक्रमण नहीं होने की पुष्टि हुई, हमें बहुत खुशी हुई।
जिला मजिस्ट्रेट ने कहा- उम्मीद है खासकर उम्रदराज लोगों के लिए
उनका स्वस्थ होना उम्मीद की किरण बनकर आया है।” जिला मजिस्ट्रेट ने बुजुर्ग के स्वस्थ होने के बारे में बृहस्पतिवार को ट्वीट करते हुए कहा कि यह उम्मीद है खासकर उम्रदराज लोगों के लिए। उन्होंने लिखा, “कोरोना योद्धा को सलाम”। सूत्रों ने बताया कि बुजुर्ग को आगरा में कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के लिए निर्दिष्ट एक निजी अस्पताल, नयति अस्पताल में 29 अप्रैल को भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि वह रक्तचाप से पीड़ित थे और शुरुआत में उन्हें ऑक्सीजन देने की भी जरूरत पड़ी थी।
उत्तर प्रदेश में एक दिन में सर्वाधिक 24 मौतें : संक्रमण के 480 नये मामले
उत्तर प्रदेश में कोविड—19 संक्रमण से 24 और लोगों की मौत के साथ ही मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 345 हो गया जबकि संक्रमण के मामलों की संख्या 12 हजार के पार चली गई हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बृहस्पतिवार शाम जारी बुलेटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोविड-19 संक्रमित 24 और लोगों की मौत हो गई। इनमें सबसे ज्यादा पांच मेरठ के हैं। प्रदेश में 24 लोगों की मौत होना, एक दिन में इस वायरस से मौतों का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
बुलेटिन के अनुसार इसके अलावा कानपुर नगर में चार, आगरा और गाजियाबाद में तीन-तीन, मुरादाबाद, अलीगढ़, हापुड़़, बुलंदशहर, आजमगढ़, बिजनौर, बदायूं, झांसी तथा हाथरस में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 संक्रमण के 480 नए मामले भी सामने आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 48 कानपुर नगर के हैं। इसके अलावा गौतम बुद्ध नगर में 41, लखनऊ में 27, बुलंदशहर में 23 और जौनपुर में 21 मामले सामने आए हैं। प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमण के 12088 मामले सामने आ चुके हैं। उनमें से 7292 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। इसके अलावा 4451 मरीजों का इलाज चल रहा हैं।
जानें उत्तर प्रदेश में कोरोना के कितने हुए टेस्ट और बाकी अपडेट
इसके पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बुधवार को प्रदेश में नमूनों की जांच का नया रिकार्ड बना और 15 हजार से अधिक नमूनों की जांच की गयी। उन्होंने बताया कि बुधवार को कुल 15,079 नमूनों की जांच हुई। उन्होंने बताया कि प्रदेश में ट्रूनेट और अन्य आधुनिक मशीनें मंगाकर प्रयोगशालाओं के नेटवर्क को विस्तारित किया गया, जिसकी वजह से जांच क्षमता में बहुत विस्तार हुआ और पहली बार जांच का आंकडा 15 हजार के पार गया। अब तक 4, 11, 000 से अधिक नमूने जांचे जा चुके हैं ।
आशा कर्मियों ने अब तक 15,13,585 प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों के घर-घर जाकर लिया उनका हाल
उन्होंने बताया कि बुधवार को ही पूल टेस्टिंग के माध्यम से पांच-पांच नमूनों के 1248 पूल लगाये गये, जिनमें से 164 पॉजिटिव मिले जबकि दस-दस पूल के 84 पूल लगाये गये, जिनमें से सात पॉजिटिव पाये गये। प्रमुख सचिव ने बताया, ‘‘आरोग्य सेतु का लगातार उपयोग किया जा रहा है। आरोग्य सेतु से जिन लोगों से जानकारी मिल रही हैं, स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष से ऐसे 71,736 लोगों को फोन कर हालचाल लिया गया और उचित सलाह दी गयी। उन्होंने बताया कि कुल 155 लोगों ने बताया कि उन्हें कोरोना संक्रमण हो गया है और वे विभिन्न चिकित्सालयों में अपना इलाज करा रहे हैं जबकि 3289 लोगों ने बताया कि वे पृथक-वास में हैं।
उन्होंने बताया कि आशा कर्मियों ने अब तक 15,13,585 प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों के घर-घर जाकर उनका हालचाल लिया है और अगर किसी में लक्षण पाये गये तो उसकी सूचना दी है। प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार से लक्षित नमूनों की जांच का नया अभियान सप्ताहभर के लिए शुरू होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसमें उन लोगों के नमूनों की जांच की जाएगी, जो कोरोना वायरस संक्रमण के लिहाज से संवेदनशील हैं और जिनका बाहर आना-जाना बहुत रहता है।