श्रीनगर , 02 जुलाईः जम्मू-कश्मीर में लगातार महिला पत्थरबाजों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर बार पत्थरबाजी के दौरान महिलाओं को भी देखा गया है। इसको लेकर सुरक्षबलों की चिंताएं बढ़ गई थीं, जिसे अब उन्होंने सुलझाने के लिए नया कदम उठाया है। दरअसल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने 500 महिला जवानों को वहां लगाया जाएगा ताकि महिला पत्थरबाजों पर नकेल कसी जा सके।
खबरों के मुताबित, एक वरिष्ठ सीआरपीएफ अधिकारी ने बताया है कि सीआरपीएफ की 500 महिला कर्मियों की विशेष टुकड़ी नियमित ड्यूटी, उग्र भीड़ और पथराव करने वालों से निपटने के लिए कश्मीर घाटी में लाई गई है। ये महिला सुरक्षाबल सूबे की राजधानी श्रीनगर में हैं।
बताया जा रहा है कि महिला जवान हमहामा के सीआरपीएफ भर्ती प्रशिक्षण केंद्र में हैं, जहां उन्हें दंगे और आतंकवाद निरोधक अभियानों की ट्रेनिंग दी जा रहा है। खासबात यह है इन 500 महिलाओं में ज्यादातर कांस्टेबल रैंक की हैं। कहा जा रहा है कि कश्मीर घाटी में महिला जवानों की यह पहली टीम है। कुछ साल पहले सीआरपीएफ की महिलाकर्मियों को छत्तीसगढ़ और झारखंड के नक्सल विरोधी अभियानों में शामिल किया गया था।
सीआरपीएफ की ये महिला जवानों की टीम 45 दिनों तक कड़ी ट्रेनिंग लेगी, जिसके बाद कश्मीर घाटी में इनको तैनात किया जाएगा, जोकि असमाजिक तत्वों पर नकेल कसने के लिए तैयार रहेगी।
बता दें कि पिछले कुछ समय में कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी के मामलों में काफी तेजी देखी गई है। गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार रमजान में युद्धविराम (17 मई से 16 जून) के दौरान जहां पत्थरबाजी के 107 मामले सामने आए, वहीं 15 अप्रैल से 16 मई के बीच पत्थरबाजी की 258 घटनाएं हुईं थी। लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर सब्सक्राइब करें!