नगालैंड हिंसा को लेकर गरमाई सियासत, आज टीएमसी का प्रतिनिधिमंडल मृत लोगों के परिजनों से करेगा मुलाकात
By रुस्तम राणा | Published: December 6, 2021 08:15 AM2021-12-06T08:15:45+5:302021-12-06T08:17:59+5:30
टीएमसी आज अपना 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल नगालैंड में भेजेगी। यह प्रतिनिधिमंडल मृत नागरिकों के परिजनों से मुलाकात करेगा। टीएमसी के इस डेलीगेशन में सांसद प्रसून बनर्जी, सुषमा देव, अपूर्वा पोद्दर और सांतनू सेन के साथ पार्टी के प्रवक्त विश्वजीत देव शामिल हैं।
नगालैंड के मोन जिले में सेना के एक ऑपरेशन में मारे गए आम नागरिक पर सियासत गरमाने लगी है। घटना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सवाल उठाने के बाद अब तृणमूल कांग्रेस ने भी इस गंभीर मुद्दे को उठाने का प्रयास किया है। टीएमसी आज अपना 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल नगालैंड में भेजेगी। यह प्रतिनिधिमंडल वहां मृत नागरिकों के परिजनों से मुलाकात करेगा। टीएमसी के इस डेलीगेशन में सांसद प्रसून बनर्जी, सुषमा देव, अपूर्वा पोद्दर और सांतनू सेन के साथ पार्टी के प्रवक्ता विश्वजीत देव शामिल हैं।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने रविवार को इस घटना पर शोक जताते हुए मृत नागरिकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और भारतीय सेना द्वारा उग्रवाद विरोधी अभियान की गहन जांच की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस घटना पर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा था- भारत सरकार को सही-सही जवाब देना चाहिए। गृह मंत्रालय आखिरकार कर क्या रहा है जब आम नागरिक, यहां तक कि सुरक्षाकर्मी अपनी ही जमीन पर सुरक्षित नहीं हैं।
वहीं राज्य सरकार ने सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में मारे गए 13 लोगों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। वहीं घायल लोगों के इलाज का खर्च राज्य सरकार उठाएगी। राज्य के मुख्यमंत्री नेफियू रियो आज मोन जिले का दौरा करेंगे। राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय एसआईटी गठित करने का भी फैसला किया।
सरकार के आला अधिकारियों का एक दल स्थिति पर नजर रखने के लिए ओटिंग गांव पहुंचा है। इस दल में पुलिस महानिदेशक भी शामिल हैं। वहीं आपात राहत अभियान के लिए राज्य सरकार के दो हेलीकॉप्टरों को काम में लगाया गया है और चार घायलों को इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से मोन जिले से दीमापुर ले जाया गया है। इस बीच, नगा राजनीतिक मुद्दे पर केंद्र के साथ शांति वार्ता कर रहे एनएससीएन (आईएम) ने सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में आम नागरिकों की मौत की निंदा की और कहा कि यह नगा लोगों के लिए ‘काला दिन’ है।