जयपुर: राजस्थान में नए कोरोना संक्रमितों के मिलने की गति बेकाबू हो गई है और लगातार सामने आ रहे पॉजिटिव केसों के कारण राजस्थान में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1937 पर पहुंच गई है। आज अब तक 49 नये कोरोना के मरीज सामने आ चुके हैं। इसमें से जोधपुर में 20, जयपुर में 12, नागौर में 10, कोटा में 4 हनुमानगढ़ में 2, और अजमेर में एक संक्रमित मिला। वहीं प्रदेश में अब तक 27 लोगों की इस महामारी के चलते मौत हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को 153 नए पॉजिटिव केस सामने आए। जिसमें सर्वाधिक 68 जयपुर में मिले थे, वहीं अजमेर में 44, टोंक में 17, जोधपुर में 11, कोटा में 6, नागौर में 4, दौसा, सवाई माधोपुर और भरतपुर में 1-1 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गये थे।
राजस्थान में कोरोना के सर्वाधिक मामले राजधानी जयपुर में मिले हैं और आज अब तक मिले कोरोना संक्रमितों के साथ यहां का आंकड़ा 739 (2 इटली के नागरिक) पर पहुंच गया है। वहीं जोधपुर में 354 (इसमें 47 ईरान से आए), कोटा में 118, टोंक में 115, अजमेर में 104 भरतपुर में 103, नागौर में 85, बांसवाड़ा में 61, जैसलमेर में 48 (इसमें 14 ईरान से आए), झुंझुनूं में 40, बीकानेर में 37, भीलवाड़ा में 33, दौसा में 21, झालावाड़ में 20, चूरू में 14, हनुमानगढ़ में 10, सवाईमाधोपुर में 8, अलवर में 7, डूंगरपुर में 5, उदयपुर में 4, करौली में 3, प्रतापगढ़, सीकर और पाली में 2-2, जबकि बाड़मेर और धौलपुर में 1-1 कोरोना मरीज मिल चुके हैं।
राजस्थान में कोरोना से अब तक 27 लोगों की मौत हुई है। इनमें सर्वाधिक 15 मौतें जयपुर में (जिसमें एक यूपी की 13 साल की बच्ची), तीन कोटा, दो भीलवाड़ा, दो जोधपुर, एक अलवर, एक बीकानेर, एक नागौर और एक टोंक में हो चुकी है।
60 लाख जरूरतमंदों को 10-10 किलों निशुल्क गेहूं देगी राज्य सरकार- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी से उपजी संकट की इस घड़ी में किसी व्यक्ति को भूखा नहीं सोना पड़े, इसके लिए राज्य सरकार एफसीआई से बाजार दर पर गेहूं खरीदकर खाद्य सुरक्षा से वंचित प्रदेश के 54 लाख पात्र लोगों एवं निराश्रित व्यक्तियों समेत लगभग 60 लाख जरूरतमंदों को दस-दस किलो निशुल्क गेहूं उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में केन्द्र सरकार वर्ष 2011 की जनगणना को आधार मानकर ही राज्य को गेहूं का आवंटन कर रही है। जबकि बीते सालों में खाद्य सुरक्षा की पात्रता के दायरे में 54 लाख लोग और आ गए हैं। मैंने इन लोगों को एनएफएसए की सूची में शामिल कर अतिरिक्त गेहूं का आवंटन करने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान तंबाकू, गुटखा एवं शराब बेचने पर पाबंदी है। अगर कोई बेचता पाया गया तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसी तरह सार्वजनिक स्थानों पर थूकने, मास्क नहीं लगाने, धारा 144 के उल्लंघन आदि पर भी आर्थिक दंड लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार लॉकडाउन का उल्लंघन किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग लॉकडाउन एवं कफ्र्यू वाले क्षेत्रों में किसी समुदाय विशेष को छूट दिए जाने की अफवाहें एवं झूठ फैला रहे हैं। सरकार के लिए जाति एवं धर्म मायने नहीं रखता है। हमारा एक ही लक्ष्य है कैसे प्रदेशवासियों के जीवन की रक्षा की जाए। मैंने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए हैं कि किसी भी वर्ग का व्यक्ति क्यों नहीं हो, अगर वह नियमों का उल्लंघन करता है तो उसे बख्शा नहीं जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने मॉडिफाइड लॉकडाउन लागू होने के बाद औद्योगिक इकाइयों को सुनियोजित ढंग से शुरू किए जाने के प्रयास किए हैं। जिसके चलते हमारी उम्मीद से अधिक औद्योगिक इकाइयों ने काम शुरू कर दिया है जो एक शुभ संकेत है। उल्लेखनीय है कि भीलवाड़ा, उदयपुर, अलवर, जोधपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा समेत प्रदेश के कई जिलों में औद्योगिक गतिविधियां प्रारंभ हुई हैं। भीलवाड़ा में लगभग 40 इकाइयों तथा उदयपुर में 50 इकाइयों ने काम शुरू किया है जिनमें लगभग 13 हजार श्रमिक नियोजित हुए हैं। हिंदुस्तान जिंक, जिंदल शॉ, अल्ट्रा टेक, हीरो मोटोकॉर्प, केईआई लिमिटेड, डाइकिन सहित कई बड़ी कम्पनियों ने अपनी गतिविधियां प्रारम्भ कर दी हैं।