पटना: बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने शुक्रवार को कहा है कि बिहार से दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले 57 में से 35 लोगों के बारे में पुलिस ने पता कर लिया है। बाकी लोगों के बारे में पता किया जा रहा है। बता दें कि पिछले दिनों निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद लॉकडाउन से पहले यहां से देश के अलग-अलग हिस्से में कई लोग गए थे।
ऐसे में संदेह है कि कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आए विदेशी लोगों के संपर्क में आने की वजह से यह लोग कोरोना संक्रमण के शिकार हो गए हों। यही वजह है कि पुलिस इन लोगों का पता कर उनके समुचित इलाज व उनके संपर्क में आने से दूसरे लोगों को बचाने के लिए व संक्रमण रोकने के लिए लगातार इन लोगों का पता लगा रही है।
इसके अलावा, बता दें कि बिहार के ही भोजपुर जिले में एक कोरोना वायरस संदिग्ध की बृहस्पतिवार शाम मौत होने के बाद इस रोग से प्रदेश में अब तक मौत के दो मामले सामने आए हैं। इससे पहले मुंगेर निवासी एक मरीज की 21 मार्च को मौत हो गयी थी।
प्रदेश में इस रोग के 29 पॉजिटिव मामले अब तक सामने आ चुके हैं। बिहार स्वास्थ्य सोसायटी की राज्य निगरानी अधिकारी डॉ रागिनी मिश्र ने शुक्रवार को बताया कि भोजपुर जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में भर्ती एक मरीज की कल शाम मृत्यु हो गयी जिसका नमूना जांच के लिए पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीएमएस) भेजा गया था।
बिहार में अब तक तक कोरोना वायरस के 1973 संदिग्ध रोगियों के नमूनों की जांच की जा चुकी है जिनमें अब तक 1940 नमूने निगेटिव और 29 पॉजिटिव पाए गए हैं। गौरतलब है कि मुंगेर निवासी एक मरीज जिसकी 21 मार्च को पटना एम्स में मौत हो गयी थी, के शव को अंतिम संस्कार के लिए उसके परिजनों को सौंप दिए जाने के बाद उसके कोरोना वायरस पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आयी थी।
कतर से लौटे मुंगेर निवासी उक्त मरीज के संपर्क में बीते दिनों में 64 व्यक्ति आए थे जिनमें से 55 के सैंपल जांच के लिए आरएमआरआई भेजे गये थे, जिसमें से अब तक 11 कोरोना वायरस के लिहाज से पॉजिटिव पाए गए हैं । बिहार में अबतक दो कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक भी हुए हैं जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।